उत्तराखंड :
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत का आरोप है कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद राज्य में 18,000 लोगों ने अपनी नौकरियां खोई हैं और 10,000 युवा बेरोजगार हुए हैं। उन्होंने केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर भी सवाल खड़े किए और इस स्कीम को 50 हजार युवाओं के साथ फर्जीवाड़ा करार दिया है।
उन्होंने कहा कि जहां देश के 50 हजार युवा मेडिकल और फिजिकल टेस्ट देने के बाद नौकरी पर जाने का इंतेजार कर रहे थे, अब सरकार नई स्कीम के तहत फिर से भर्ती कराने की बात कर रही है। उत्तराखंड और हरियाणा जैसे राज्यों में सेना में भर्ती होना एक गर्व की बात मानी जाती है।
उनका सवाल है कि 21 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद एक युवा के पास क्या विकल्प बचेगा। उन्होंने कहा कि 18 हजार लोग पहले ही अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री अग्निवीरों के आरक्षण की बात कर रहे हैं। आप 50 फीसद से ज्यादा आरक्षण कैसे दे पाओगे? देश का कोई ऐसा राज्या नहीं है, जहां 48-50 प्रतिशत के आस-पास भी आरक्षण दिया जा रहा हो।” सड़कों और चिकित्सा सेवाओं को लेकर उठाए सवाल कांग्रेस नेता ने सड़कों की हालत और चिकित्सा व्यवस्था को लेकर भी राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में 200 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में चिकित्सा सेवाएं उन्हें क्यों नहीं दी गईं? उन्होंने कहा कि राज्य में सड़कों की बुरी हालत है और बिजली कटौती भी बहुत ज्यादा की जा रही है।