Blog – CT News https://ctnews.in News Portal Wed, 22 Jan 2025 08:16:35 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 https://ctnews.in/wp-content/uploads/2024/07/cropped-CT_NEWS_LOGO-32x32.png Blog – CT News https://ctnews.in 32 32 राम चरण की फिल्म ‘गेम चेंजर’ की ओटीटी रिलीज डेट से उठा पर्दा, जानिए कब और किस प्लेटफॉर्म पर देख सकेंगे फिल्म   https://ctnews.in/the-ott-release-date-of-ram-charans-film-game-changer-has-been-revealed-know-when-and-on-which-platform-you-can-watch-the-film/ https://ctnews.in/the-ott-release-date-of-ram-charans-film-game-changer-has-been-revealed-know-when-and-on-which-platform-you-can-watch-the-film/#respond Wed, 22 Jan 2025 08:16:35 +0000 https://ctnews.in/?p=4366

फिल्म निर्माता दिल राजू की फिल्म गेम चेंजर अभी भी सिनेमाघरों में बनी हुई है। सिनेमाघरों में रिलीज के बाद राम चरण की फिल्म गेम चेंजर अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी। जानिए फिल्म को कब और किस प्लेटफॉर्म पर देख सकेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गेम चेंजर 14 फरवरी, 2025 को स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होने वाली है। निर्माता दिल राजू ने डिजिटल अधिकारों के लिए प्राइम वीडियो के साथ एक बड़ा सौदा किया है और फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होने के चालीस दिनों के भीतर ओटीटी पर रिलीज करने पर सहमति जताई है।

हालांकि, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमेजन प्राइम टीम दिल राजू के साथ बातचीत कर रही है ताकि सिनेमाघरों में इसकी शुरुआत के एक महीने के भीतर डिजिटल रिलीज को आगे बढ़ाया जा सके। गेम चेंजर को 14 फरवरी, 2025 को ओटीटी पर उपलब्ध कराने की है, जिसकी आधिकारिक पुष्टि जल्द ही होने की उम्मीद है।

शंकर द्वारा निर्देशित यह फिल्म 450 करोड़ के भारी भरकम बजट में बनी, जिसमें अकेले दिल राजू को 100 करोड़ तक का संभावित नुकसान उठाना पड़ा। राजनीतिक थ्रिलर ने पहले दिन तो दमदार शुरुआत की, लेकिन तीसरे दिन के बाद से फिल्म की कमाई बॉक्स ऑफिस पर लड़खड़ाती नजर आई।

फिल्म में राम चरण ने डबल रोल निभाए। राम के अलावा फिल्म में कियारा आडवाणी ने अहम रोल निभाया। गेम चेंजर को तेलुगु, हिंदी, कन्नड़, मलयालम और तमिल भाषा में रिलीज किया जा चुका है। यह एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन एस शंकर ने किया और निर्माण श्री वेंकटेश्वर क्रिएशंस ने किया है। फिल्म में थमन का संगीत भी कोई जादू नहीं चला पाया। काम की बात करें तो राम चरण, बुची बाबू सना द्वारा निर्देशित एक्शन ड्रामा RC16 में नजर आएंगे। इस फिल्म में राम के साथ जान्हवी कपूर मुख्य भूमिका में होंगी।

(साभार)

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क्रिकेटर युजवेंद्र चहल अपने साथी श्रेयस अय्यर और शशांक सिंह के साथ पहुंचे सलमान खान के ‘बिग बॉस 18’ के सेट पर https://ctnews.in/cricketer-yuzvendra-chahal-along-with-his-teammates-shreyas-iyer-and-shashank-singh-arrived-on-the-sets-of-salman-khans-bigg-boss-18/ https://ctnews.in/cricketer-yuzvendra-chahal-along-with-his-teammates-shreyas-iyer-and-shashank-singh-arrived-on-the-sets-of-salman-khans-bigg-boss-18/#respond Sat, 11 Jan 2025 10:14:28 +0000 https://ctnews.in/?p=4329

भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा इन दिनों अपनी तलाक की अफवाहों के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं। इस बीच युजवेंद्र चहल अपने साथी क्रिकेटर्स  श्रेयस अय्यर और शशांक सिंह के साथ सलमान खान के बिग बॉस 18 के सेट पर पहुंचे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीनों इस हफ्ते के वीकेंड का वार एपिसोड में बॉलीवुड सुपरस्टार के साथ शामिल होंगे।

तीनों ने एक साथ किया पोज
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें तीनों क्रिकेटर्स ने पैपाराजी के लिए एक साथ पोज किया। इस दौरान चहल अपने साथियों के साथ हंसी-मजाक करते और काफी खुश नजर आएं।

क्यों उड़ रहीं तलाक की अफवाहें?
दरअसल, कुछ दिनों पहले युजवेंद्र चहल ने इंस्टाग्राम से अपनी पत्नी धनश्री की तस्वीरें डिलीट कर दी। दोनों ने एक दूसरे को अनफॉलो भी कर दिया। इसके बाद से फैंस ने दोनों की शादी में समस्या होने की अटकलें लगानी  शुरू कर दी। देखते ही देखत यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने दोनों के तलाक की अटकलें लगानी शुरू कर दी।

आरजे महव के साथ तस्वीरें हो रही वायरल
हाल ही में सोशल मीडिया पर चहल की आरजे महवश के साथ कुछ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिसके बाद नेटिजन्स ने कयास लगाने शुरु कर दिए है कि क्या महवश ही वह मिस्ट्री गर्ल हैं, जिन्हें चहल के साथ कुछ समय पहले देखा गया था। सामने आई तस्वीरों में चहल आरजे महवश और उनके दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताते नजर आ रहे हैं। महवश ने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर करते हुए कमेंट सेक्शन को बंद कर दिया। उनके कैप्शन में लिखा है, “क्रिसमस लंच कॉन फैमिलिया।” युजवेंद्र चहल ने दिसंबर 2020 में डांसर और कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा से शादी रचाई थी। शादी के चार वर्षों बाद अब उनकी तलाक की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। इन अफवाहों से कपल के फैंस चिंतित हैं।

(साभार)

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शाहिद कपूर की फिल्म ‘देवा’ निर्धारित समय से पहले सिनेमाघरों में देगी दस्तक https://ctnews.in/shahid-kapoors-film-deva-will-hit-the-theatres-before-the-scheduled-time/ https://ctnews.in/shahid-kapoors-film-deva-will-hit-the-theatres-before-the-scheduled-time/#respond Thu, 26 Dec 2024 11:04:18 +0000 https://ctnews.in/?p=4310

एक्शन और थ्रिलर से भरपूर शाहिद कपूर स्टारर देवा मच अवेटेड फिल्मों में से एक है। इस मूवी की रिलीज डेट में लगातार बदलाव हो रहा है। पहले ये एक्शन थ्रिलर 14 फरवरी, 2025 को रिलीज होने वाली थी लेकिन अब मेकर्स ने इसे तय तारीख से पहले रिलीज करने का फैसला किया है. मेकर्स ने पोस्टर जारी कर देवा की नई रिलीज डेट अनाउंस कर दी है।

ज़ी स्टूडियोज़ ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर थ्रिलर देवा की नई रिलीज की तारीफ जारी की है। बता दें कि ये फिल्म अब 31 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है। पोस्टर के साथ कैप्शन में लिखा गया है, धैर्य से बैठे रहिए, क्योंकि इंतजार अब और छोटा हो गया है! देवा आपकी सोच से भी जल्दी आपके पास आ रही है-31 जनवरी, 2025! हाईप रियल है, एनर्जी रूफ के जरिये है और हम उम्मीद से पहले इस एक्शन से भरपूर थ्रिलर को आपके सामने लाने के लिए बहुत एक्साइटेड हैं. अपने कैलेंडर पर मार्क कर लें और एक ऐसे दिल छू लेने वाले एक्सपीरियंस के लिए तैयार हो जाएं जिसे आप नहीं भूलेंगे।

बता दें कि ‘देवा’ मलयालम के जाने-माने डायरेक्टर रोशन एंड्रयूज द्वारा निर्देशित है और इसे ज़ी स्टूडियोज़ और सिद्धार्थ रॉय कपूर ने प्रोड्यूस किया है. यह फिल्म लगभग एक साल बाद शाहिद कपूर की बड़े पर्दे पर वापसी का मौका है. फिल्म में उनके साथ पूजा हेगड़े और पावेल गुलाटी भी नजर आएंगे। बता दें विक्की कौशल की अपकमिंग फिल्म छावा की रिलीज डेट भी अनाउंस कर दी गई है. ये फिल्म पहले 6 दिसंबर को रिलीज होनी थी लेकिन फिर पुष्पा 2 के चलते इसकी रिलीज डेट बदल दी गई और अब ये 14 फरवरी 2025 को रिलीज होगी। वहीं 14 फरवरी को शाहिद कपूर की देवा सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली थी लेकिन छावा की रिलीज डेट अनाउंस होने के बाद देवा के मेकर्स ने इसे प्रीपोन्ड कर दिया है। जो भी हो शाहिद के फैंस इस फिल्म के जल्ज रिलीज होने को लेकर बेहद एक्साइटेड हैं.

(आर एन एस )

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कॉकटेल के सीक्वल पर लगी मुहर, शाहिद कपूर के साथ कृति सेनन और रश्मिका मंदाना मचाएंगी धमाल https://ctnews.in/cocktail-sequel-confirmed-kriti-sanon-and-rashmika-mandana-will-rock-with-shahid-kapoor/ https://ctnews.in/cocktail-sequel-confirmed-kriti-sanon-and-rashmika-mandana-will-rock-with-shahid-kapoor/#respond Sun, 22 Dec 2024 07:16:44 +0000 https://ctnews.in/?p=4285

शाहिद कपूर और कृति सेनन की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया फिल्म में फैंस को बहुत पसंद आई थी। अब ये जोड़ी आपको फिर से एंटरटेन करने आ रही है। रिपोर्ट्स बता रही हैं कि दोनों कॉकटेल 2 में साथ आ रहे हैं। कॉकटेल फिल्म साल 2012 में रिलीज हुई थी। ये होमी अदजानिया की फिल्म थी और इसमें सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और डायना पेंटी नजर आए थे। डिंपल कपाडिय़ा और बमन ईरानी का भी अहम रोल था। अब इसका सीक्वल बनने की खबर है।

रिपोर्ट के अनुसार, कॉकटेल 2 में शाहिद कपूर और कृति सेनन होंगे। दिनेश विजान हिट फिल्म के सीक्वल का निर्माण करेंगे। इसकी कहानी भी पहली वाली की तरह होगी। लव ट्रायंगल होगा। अब दूसरी लीड हीरोइन की तलाश की जा रही है। रश्मिका मंदाना का भी नाम सामने आ रहा है। कॉकटेल फिल्म दीपिका पादुकोण के लिए गेम चेंजर साबित हुई थी। इस फिल्म ने उनके करियर को उड़ान दी थी। इम्तियाज अली ने कहानी लिखी थी। इसका सीक्वल मई 2025 में फ्लोर पर आ सकता है। अभी कास्टिंग का काम चल रहा है।

शाहिद को पिछली बार तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में देखा गया था। वो इस वक्त पूजा हेगड़े के साथ रोशन एंड्रयूज की देवा की शूटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कथित तौर पर विशाल भारद्वाज के डायरेक्शन में बन रही फिल्म को भी हां कह दिया है। कृति की बात करें तो वो नेटफ्लिक्स की दो पत्ती में नजर आई थीं। वो अपनी बहन नुपूर सेनन के साथ किसी प्रोजेक्ट में नजर आ सकती हैं।

(आर एन एस )

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अजय देवगन की फिल्म ‘आजाद’ की रिलीज तारीख से उठा पर्दा, नया पोस्टर आया सामने https://ctnews.in/the-release-date-of-ajay-devgans-film-azad-was-revealed-new-poster-came-out/ https://ctnews.in/the-release-date-of-ajay-devgans-film-azad-was-revealed-new-poster-came-out/#respond Sun, 15 Dec 2024 09:50:12 +0000 https://ctnews.in/?p=4259

जनवरी 2025 में रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी और अजय देवगन के भतीजे अमन देवगन बहुप्रतीक्षित फिल्म आजाद के साथ अपना बॉलीवुड डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर पहले ही जारी हो चुके हैं, जिसमें अमन और राशा दमदार अवतार में नजर आए थे। वहीं, अब फिल्म के निर्माताओं ने आजाद की रिलीज की तारीख से भी पर्दा उठा दिया है।

निर्माताओं ने आजाद का नया पोस्टर जारी करते हुए फिल्म की रिलीज की तारीख की घोषणा की। फिल्म में अजय देवगन भी अहम भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म के पोस्टर में अजय देवगन नजर आ रहे हैं। साथ ही राशा थडानी और अमन देवगन भी नजर आए। पोस्टर जारी करते हुए निर्माताओं ने बताया कि यह फिल्म 17 जनवरी, 2025 को रिलीज होने वाली है।

अजय देवगन ने भी फिल्म का नया पोस्टर जारी किया। उन्होंने पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा, इस कहानी का दिल एक योद्धा है, और धडक़न। आजाद, 17 जनवरी 2025 को बड़े पर्दे पर रोमांच का गवाह बनें। अब प्रशंसक बेहद उत्साहित हो गए हैं और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कर रहे हैं।

वहीं, फिल्म की कहानी की बात करें तो स्वतंत्रता-पूर्व भारत में अजय देवगन एक कुशल घुड़सवार की भूमिका में हैं, जिसका अपने घोड़े से गहरा संबंध है। कहानी में दिलचस्प मोड़ तब आता है, जब अजय का सामना कठोर अंग्रेजी सेनाओं से होता है और अराजकता के दौरान उनका प्रिय घोड़ा गायब हो जाता है। खोए हुए घोड़े को खोजने की जिम्मेदारी अमन देवगन के किरदार पर आती है।

इससे पहले आजाद के बारे में बात करते हुए अजय देवगन ने कहा था कि राशा और अमन की फिल्म में मेरी भी महत्वपूर्ण भूमिका है। ट्रेलर रिलीज हो चुका है और लोग इसे पसंद कर रहे हैं। फिल्म का निर्माण उद्योग के दिग्गज रोनी स्क्रूवाला और प्रज्ञा कपूर ने किया है। अब यह फिल्म 17 जनवरी, 2025 को सिनेमाघरों में धूम मचाएगी।

(आर एन एस )

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पुष्पा 2 की आंधी में 300 करोड़ से चूके रूह बाबा और बाजीराव सिंघम https://ctnews.in/rooh-baba-and-bajirao-singham-missed-300-crores-due-to-the-storm-of-pushpa-2/ https://ctnews.in/rooh-baba-and-bajirao-singham-missed-300-crores-due-to-the-storm-of-pushpa-2/#respond Sun, 08 Dec 2024 09:50:07 +0000 https://ctnews.in/?p=4191

पुष्पा 2: द रूल सिनेमाघरों में रिलीज हो गई. इसकी रिलीज के साथ ही बॉक्स ऑफिस पर राज कर रही कार्तिक आर्यन की हॉरर कॉमेडी भूल भुलैया 3 और रोहित शेट्टी की फिल्म सिंघम अगेन सिनेमाघरों से गायब हो गई है. 250 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुकी दोनों फिल्में 300 करोड़ के क्लब में शामिल होने से चूक गई है. अब 300 करोड़ का आंकड़ा छूना दोनों के लिए मुश्किल है।

1 नवंबर को रिलीज कार्तिक आर्यन की नई फिल्म भूल भुलैया 3 ने एक महीने तक बॉक्स ऑफिस पर राज किया. इसने भारत में 275 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है. ऐसा माना जा रहा था कि कार्तिक आर्यन की फिल्म पुष्पा 2 की रिलीज से पहले 300 करोड़ का आंकड़ा छू लेगी. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 5 हफ्ते में कुल 8.8 करोड़ रुपये कमाए हैं. 35वें दिन भूल भुलैया 3 ने मात्र 1 लाख रुपये कमाए हैं. 5 हफ्ते के बाद भारत में भूल भुलैया 3 का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कुल 279.79 रुपये हो गए है।

पुष्पा 2 की रिलीज का असर ना सिर्फ भूल भुलैया 3 पर पड़ा, बल्कि अजय देवगन की फिल्म सिंघम अगेन पर भी पड़ा है. 5 हफ्ते में सिंघम अगेन भी बॉक्स ऑफिस से गायब होती दिखीं. रिलीज के 35वें दिन पुष्पा 2 की रिलीज होने के कारण सिंघम अगेन ने भी मात्र 1 लाख रुपये का कलेक्शन किया है. 5 हफ्तों के बाद रोहित शेट्टी की निर्देशित फिल्म सिंघम अगेन का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 271.26 रुपये हो गया है।

अल्लू अर्जुन की एक्शन फिल्म पुष्पा 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई. फिल्म ने पहले ही दिन रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है. इसने भारत में सभी भाषाओं में 165 करोड़ रुपये का बिजनेस किया है. इसने एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर को पछाड़ते हुए इंडिया की बिगेस्ट ओपनर फिल्म बन गई है. पुष्पा 2 की आंधी में भुल भुलैया 3 और सिंघम अगेन दोनों ही ठंडे बस्ते में चली गई हैं।

( आरएनएस)

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अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा 2’ को सेंसर बोर्ड ने दिया यू/ए सर्टिफिकेट, एक्टर ने जाहिर की खुशी https://ctnews.in/censor-board-gives-u-a-certificate-to-allu-arjuns-pushpa-2-actor-expresses-happiness/ https://ctnews.in/censor-board-gives-u-a-certificate-to-allu-arjuns-pushpa-2-actor-expresses-happiness/#respond Sat, 30 Nov 2024 12:20:12 +0000 https://ctnews.in/?p=4110

अल्लू अर्जुन स्टारर मोस्ट अवेटेड फिल्म पुष्पा 2 को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से यू/ए सर्टिफिकेट मिल गया है। जो 12 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के दर्शकों को फिल्म देखने के लिए परमिट करता है। बच्चों के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन की सलाह दी गई है। यू/ए प्रमाणन से पता चलता है कि पुष्पा 2 में कुछ सीन हैं जो युवा दर्शकों के लिए उचित नहीं हो सकते हैं, लेकिन कुल मिलाकर, इसे माता-पिता की देखरेख में देखा जा सकता है।

सेंसर बोर्ड से यू/ए सर्टिफिकेट मिलने पर अल्लू अर्जुन ने नया पोस्टर शेयर करते हुए इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कैप्शन लिखा, यू/ए इट इज। पुष्पा 2 ब्लॉकबस्टर पुष्पा: द राइज का सीक्वल है, जो 2021 में रिलीज हुई थी। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़े थे साथ ही यह दर्शकों को भी काफी पसंद आई थी इसीलिए पुष्पा 2 का दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म सुकुमार द्वारा निर्देशित है और इसमें अल्लू अर्जुन लीड रोल प्ले कर रहे हैं वहीं रश्मिका उनके अपोजिट हैं।

मेकर्स पुष्पा 2 के लिए बड़े लेवल की तैयारी कर रहे हैं. पुष्पा 2 का ट्रेलर पटना के गांधी मैदान में 17 नवंबर को लॉन्च किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म के प्रमोशन के लिए कई बड़े शहरों का टूर किया जा रहा है जिनमें पटना, कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, बैंग्लोर और कोच्चि शामिल हैं। इसकी शुरुआत 17 नवंबर को पटना से हो गई है। फिल्म 5 दिसंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है. फिल्म में अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंंदाना और फहद फासिल अहम रोल में हैं।

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कानूनी सख्ती से ही थमेंगी बाल तस्करी की घटनाएं https://ctnews.in/child-trafficking-incidents-will-stop-only-with-strict-legal-action/ https://ctnews.in/child-trafficking-incidents-will-stop-only-with-strict-legal-action/#respond Tue, 09 Apr 2024 04:48:33 +0000 https://ctnews.in/?p=2921

सुरेश राजपूत
बाल तस्करी के खिलाफ कई सख्त कानूनी प्रावधानों के बावजूद भारत में यह समस्या नासूर बनती जा रही है। दिल्ली में सीबीआइ की छापेमारी के दौरान अस्पताल से नवजात बच्चे चुराने वाले गिरोह के पर्दाफाश से फिर यह तथ्य उभरा है कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों में कानून का कोई खौफ नहीं है। बच्चों की तस्करी पर भारी जुर्माने के साथ उम्रकैद तक का प्रावधान होने के बावजूद यह कड़वी हकीकत है कि ऐसे दस फीसदी से भी कम मामले दोषियों को सजा तक पहुंच पाते हैं। मुकदमों की पैरवी सही तरीके से नहीं होने के कारण अपराधी बच निकलते हैं और वे फिर बाल तस्करी में लिप्त हो जाते हैं।

बाल तस्करी की कोई एक वजह नहीं है। लेकिन चिंता की बात यह भी है कि देश में युवाओं के एक वर्ग की सोच में बदलाव भी परोक्ष रूप से बाल तस्करी को बढ़ावा दे रहा है। एक सर्वे में खुलासा हुआ था कि भारत के नौ फीसदी युवा शादी तो करना चाहते हैं लेकिन बच्चे नहीं पैदा करना चाहते। संतान सुख के लिए उन्हें बच्चे खरीदने से परहेज नहीं है। हैरत की बात यह है कि देश के ढाई करोड़ से ज्यादा अनाथ बच्चों में से किसी को गोद लेने का विकल्प होने के बावजूद ऐसे युवा कई बार बाल तस्करी करने वालों से संपर्क तक साध लेते हैं। बाल तस्करी की गंभीर समस्या पर हमारा ध्यान तभी जाता है, जब किसी गिरोह का पर्दाफाश होता है या बाल तस्करी को लेकर कोई रिपोर्ट जारी होती है।

पिछले साल एक एनजीओ की रिपोर्ट में बताया गया था कि 2016 से 2022 के बीच बाल तस्करी के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए, जबकि आंध्र प्रदेश और बिहार क्रमश: दूसरे, तीसरे नंबर पर थे। इस अवधि में मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भी कई मामले दर्ज हुए। पिछले साल संसद में पेश राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के मुताबिक देश में 2021 में हर दिन औसतन आठ बच्चों की तस्करी हुई। देश के ही भीतर यह तस्करी होती है लेकिन संगठित गिरोह कुछ बच्चों की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में भी तस्करी करते हैं।

एनसीआरबी के मुताबिक 2019 से 2021 के बीच देश में 18 साल से कम उम्र की 2.51 लाख लड़कियां लापता हुईं। इनमें से ज्यादातर मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ और ओडिशा की थीं। बाल तस्करी की समस्या से भारत ही नहीं, कई दूसरे देश भी जूझ रहे हैं। सरकार और समाज को इससे मिलकर निपटना होगा। इस समस्या की जड़ में गरीबी भी है। इसे ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यावहारिक और ठोस नीति बनाई जानी चाहिए कि बाल तस्करी के समूल उन्मूलन की जमीन तैयार हो सके।

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जमीनी हालात एनडीए के अनुकूल नहीं https://ctnews.in/ground-situation-is-not-favorable-for-nda/ https://ctnews.in/ground-situation-is-not-favorable-for-nda/#respond Mon, 08 Apr 2024 04:34:48 +0000 https://ctnews.in/?p=2884

हरिशंकर व्यास
लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के इतना कुछ करने के बावजूद बिहार में अब भी उम्मीद है। जमीनी हालात एनडीए के अनुकूल नहीं दिख रहे हैं। नरेंद्र मोदी की लहर या अयोध्या की राम लहर का ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि मतदाता किसी लहर से प्रभावित होकर या भावनात्मक मुद्दे के असर में वोट डालने की मंशा नहीं जाहिर कर रहे हैं।

ध्यान रहे पिछली बार के चुनाव में राज्य की 40 में से 39 सीटें एनडीए को मिली थीं। भाजपा 17 सीटों पर लड़ी थी और सभी सीटों पर जीती थी। एक सीट सिर्फ नीतीश की पार्टी हारी थी। रामविलास पासवान की पार्टी भी अपने कोटे की छह सीटों पर जीत गई थी। इस बार हर कोई मान रहा है कि सीटें कम होंगी। जनता दल यू को ज्यादा नुकसान की संभावना जताई जा रही है। इसका कारण यह भी है कि इस बार भाजपा को रोकने के विपक्षी अभियान की शुरुआत बिहार से ही हुई थी।

लोकसभा चुनाव की तैयारियों के साथ विपक्षी गठबंधन बनाने के जब प्रयास शुरू हुए तो सबसे पहले बिहार के ही नेताओं ने कहा था कि अगर 50 सीटें कम कर दी जाएं तो मोदी सरकार बहुमत गंवा देगी। तब नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि यह तो नंबर का खेल है और इस बार विपक्ष मोदी के नंबर्स कम कर देगा। उसके बाद ही आंकड़ों के खेल शुरू हुआ कि कहां से कितनी सीटें कम हो सकती हैं। नंबर्स के इस खेल में बिहार हमेशा अहम रहा। बिहार के अलावा बड़े राज्यों में कर्नाटक और महाराष्ट्र में भाजपा के नंबर्स कम होने की संभावना तभी से देखी जा रही है।

भाजपा और नरेंद्र मोदी को हरा कर सत्ता से बाहर कर देने के बरक्स यह एक दूसरा नैरेटिव था कि उसकी 40-50 सीटें कम कर दी जाएं। यह नैरेटिव बनने के बाद मोदी को समझ में आया कि ऐसा हो सकता है। तभी सबसे पहले यह सिद्धांत प्रतिपादित करने वाले नीतीश कुमार को तोडऩे का प्रयास शुरू हुआ।

उनकी पार्टी के नेताओं पर दबाव डाल कर या करीबी कारोबारियों पर कार्रवाई के जरिए भाजपा कामयाब हो गई। उसने नीतीश को फिर से गठबंधन में शामिल कर लिया। लेकिन इस बार नीतीश के पाला बदलने का बहुत सकारात्मक असर नहीं दिखा। लोगों में नाराजगी दिखी। भाजपा के अपने काडर में भी नीतीश को लेकर दूरी का भाव है। तभी एनडीए में तालमेल पहले जैसा नहीं है।

भाजपा बनाम जदयू और जदयू बनाम लोजपा की लड़ाई में कई सीटों पर भितरघात है। कहीं भाजपा के सवर्ण मतदाता नीतीश के उम्मीदवारों को हराने का दम भर रहे हैं तो कहीं जदयू के कोर मतदाता इस बार चिराग पासवान से 2020 के विधानसभा चुनाव का बदला निकालना चाहते हैं तो कहीं चिराग के मतदाता नीतीश के उम्मीदवारों को हराने का संकल्प जाहिर कर रहे हैं।

असल में 2020 में चिराग पासवान ने भाजपा का समर्थन किया था और नीतीश के हर उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा था, जिससे नीतीश की पार्टी सिर्फ 43 सीट जीत पाई थी। बाद में नीतीश ने चिराग की पार्टी में विभाजन करा दिया था। सो, दोनों पार्टियों को कोर समर्थक एक दूसरे के खिलाफ स्टैंड लिए हुए हैं।

इस बार नीतीश जब से भाजपा के साथ लौटे हैं, तब से भाजपा के इकोसिस्टम से ही उनके ऊपर सबसे ज्यादा हमले हुए हैं। बिहार के लोग यह भी देख रहे हैं कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपनी पगड़ी नहीं खोली है। उन्होंने यह पगड़ी इस संकल्प के साथ बांधी थी कि नीतीश को सत्ता से हटा कर ही इसे खोलेंगे। इससे भी भाजपा और जदयू दोनों के समर्थकों में कंफ्यूजन है।

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मध्यम अवधि की आर्थिक नीति https://ctnews.in/medium-term-economic-policy/ https://ctnews.in/medium-term-economic-policy/#respond Sun, 07 Apr 2024 04:47:25 +0000 https://ctnews.in/?p=2850

सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसकी योजना एक विकसित भारत तैयार करने की है। इस लक्ष्य के लिए कई तिथियों के सुझाव सामने आए, हालांकि सबसे अधिक जिक्र 2047 का है जब देश की आजादी की 100वीं वर्षगांठ होगी। ऐसी महत्त्वाकांक्षा तय करना एकदम उचित है। बहरहाल, ऐसे लक्ष्य के लिए जिस पैमाने पर वृद्धि हासिल करनी होगी उसे हासिल करना आसान नहीं होगा। इसके लिए दशकों तक साल दर साल कम से कम आठ फीसदी की दर से वृद्धि हासिल करनी होगी। यदि हम ऐसा कर सके तब जाकर 14,000 डॉलर प्रति व्यक्ति के नॉमिनल सकल घरेलू उत्पाद तक पहुंच सकेंगे जो उच्च आय वाले देशों के लिए वर्तमान मानक है।

अब तक करीब छह देशों ने यह स्तर हासिल किया है। परंतु ऐसी वृद्धि हासिल करना संभव है। चीन वर्षों की तेज वृद्धि के बाद अगले कुछ वर्षों में 14,000 डॉलर का स्तर प्राप्त कर सकता है। यह स्थिति तब है जबकि हाल के दिनों में चीन की आर्थिक गति कमजोर पड़ी है। पूर्वी यूरोप और पूर्वी एशिया के कई देशों ने भी इस समय में तेज वृद्धि बरकरार रखी है।

भारत जैसे जटिल देश में यह स्पष्ट है कि ऊंची और टिकाऊ वृद्धि अपने आप नहीं आएगी। वर्तमान परिदृश्य में तो ऐसा ही प्रतीत होता है। सन 1990 और 2000 के दशक की स्वर्णिम अवधि के उलट आज वैश्विक हालात प्रतिकूल हैं। महत्त्वाकांक्षी विकासशील देशों के लिए भी हालात मुश्किल हैं। इसकी कई वजह हैं।

पहली, कारोबारी व्यवस्था बहुत सीमित हो गई है क्योंकि विभिन्न देश ऐसी औद्योगिक नीतियों में व्यस्त हैं जहां घरेलू सब्सिडी और शुल्क दरों से जुड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। दूसरा, अमेरिका और चीन के बीच छिड़े शीतयुद्ध ने मूल्य श्रृंखलाओं को विभाजित कर दिया और निवेश रणनीतियों को जटिल बना दिया। तीसरा, तकनीकी बदलावों ने किफायती श्रम लागत के इर्दगिर्द बनी विकास नीतियों को मुश्किल बना दिया है।

अन्य वृहद रुझानों को भी इसमें शामिल करना होगा जिसमें जलवायु परिवर्तन का प्रभाव तथा पर्यावरण के अनुकूल बदलावों का असर शामिल है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने की आवश्यकता भारत समेत किसी भी देश की क्षमता को प्रभावित करती है। उन्हें सस्ती ऊर्जा के लिए घरेलू कोयले पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे औद्योगीकरण की लागत बढ़ती है क्योंकि मध्यवर्ती वस्तुएं बनाने के लिए उच्च लागत वाली तकनीकों की आवश्यकता होती है। ऐसे में निकल जैसे नए संसाधन और जिंस विदेशी मुद्रा भंडार पर अधिक असर डालते हैं तथा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में हालात को मुश्किल बनाने का काम करते हैं।

ऐसे में यह मानना अतिरिक्त रूप से आशावादी होगा कि विभिन्न केंद्रीय मंत्रालय उचित नीतियां बनाकर इन जटिल वैश्विक और आर्थिक हालात से आसानी से निपट सकेंगे। ऐसा रवैया भारत को आर्थिक वृद्धि के क्षेत्र में कुछ बेहतर स्थिति में रख सकता है लेकिन इससे विकसित भारत बनाने के लिए आवश्यक टिकाऊ वृद्धि हासिल होती नहीं दिखती।

ऐसे में मध्यम अवधि में अधिक सुसंगत नीति बनाने का कोई अन्य विकल्प नहीं नजर आता जो वृद्धि और विकास के लिए जरूरी विभिन्न प्रासंगिक क्षेत्रों को एकीकृत कर सके तथा उपरोक्त रुझानों और शक्तियों का भी ध्यान रखे। जरूरी नहीं कि मध्यम अवधि की ऐसी रणनीतियों को भी अतीत की पंचवर्षीय योजनाओं की सांविधिक शक्ति की आवश्यकता हो।

परंतु वे विभिन्न मंत्रालयों में नीति निर्माण को लेकर अहम निर्देश दे सकती हैं जो अन्यथा लंबी या मध्यम अवधि के नियोजन में क्षमता की कमी के शिकार होते हैं। इस कार्य की वास्तविक जगह नीति आयोग होगा। सरकार का यह आंतरिक थिंक टैंक अपनी बौद्धिक क्षमता को बढ़ा सकता है और उसे वृद्धि के लिए मध्यम अवधि का खाका तैयार करने का काम दिया जा सकता है जिसे समय-समय पर आंतरिक और बाह्य विकास के लिए समायोजित किया जा सकता है।

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