मथुरा – CT News https://ctnews.in News Portal Thu, 24 Apr 2025 12:26:08 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://ctnews.in/wp-content/uploads/2024/07/cropped-CT_NEWS_LOGO-32x32.png मथुरा – CT News https://ctnews.in 32 32 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और चौराहे पर खड़ी उसकी विचारधारा…..! https://ctnews.in/indian-national-congress-and-its-ideology-standing-at-the-crossroads/ https://ctnews.in/indian-national-congress-and-its-ideology-standing-at-the-crossroads/#respond Thu, 24 Apr 2025 12:26:08 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42709

मथुरा। आतंकवादियों द्वारा जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले ने पूरे देश को जहां स्तब्ध कर दिया है वहीं दूसरी तरफ 135 साल पुरानी पार्टी कांग्रेस अभी भी है यह फैसला नहीं कर पा रही है कि उसे इस नाजुक मौके पर केंद्र की सत्ता के साथ खड़ा होना है या अभी भी उसे विरोध करना है।इसमें शहीद बेकसूर पर्यटकों के अंतिम द्रश्य देखकर पूरा देश रो रहा है. आतंकवादियो और उनके सरपरस्तों को सजा देने के लिए पूरा देश एकजुट दिखाई पड़ रहा है।

भारत सरकार का आक्रोश और गंभीरता उनके एक्शन में दिखाई पड़ रही है. अभी तक तो आतंकवादियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ एक्शन को लेकर राजनीतिक सहमति भी बनती दिख रही है. धर्म के नाम पर बेगुनाहों की हत्या के अधर्म को भी राजनीति अपने धर्म के मुताबिक देख रही है। कांग्रेस ने आतंकवादी घटना पर भारत सरकार के साथ खड़े होने का संदेश देने के साथ ही कार्यसमिति ने पारित प्रस्ताव में खुफिया विफलताओं और सुरक्षा चूक पर सवाल खडे़ करना शुरू कर दिए हैं।

इसमें कहा गया है..“यह अत्यंत चौंकाने वाली बात है कि भारतीय जनता पार्टी इस गंभीर त्रासदी का दुरुपयोग अपने आधिकारिक और परोक्ष सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से और अधिक वेमनस्य, अविश्वास, ध्रुवीकरण और विभाजन फैलाने के लिए कर रही है.जबकि इस समय सबसे अधिक आवश्यकता एकता और एकजुटता की है।’’ कांग्रेस अपने प्रस्ताव में मारे गए हिंदू पर्यटकों के साथ ही उनकी रक्षा करते हुए शहीद एक गैर हिंदू का उल्लेख कर वोट बैंक की राजनीति को पोषित करने का प्रयास किया है. खुशी की बात यह है कि कांग्रेस ने स्पष्टता के साथ यह माना है कि इस कायराना और सुनियोजित आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई. हमारे गणराज्य के मूल्य पर सीधा हमला है. हिंदू नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना पूरे देश में भावनाएं भड़काने की एक सोची समझी साजिश है।

कांग्रेस प्रस्ताव में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और जम्मू कश्मीर के लोगों की आजीविका की रक्षा करने की भी मांग भी उठा रही है.
पहलगाम की आतंकवादी घटना काफी लंबे समय के बाद भारतीय आत्मा पर हमले के रूप में सामने आई है. पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से भारत काफी पहले से ग्रस्त रहा है. जम्मू-कश्मीर तो आजादी के बाद से ही आतंकवादी घटनाओं से ग्रसित रहा है. भारत के अनेक हिस्सों में आतंकवादी घटनाएं होती रही हैं।

मुंबई में 26-11 की घटना कांग्रेस की सरकार के समय घटित हुई थी. उस घटना का साजिशकर्ता तह्ब्बुर राणा का प्रत्यर्पण करा भारत लाने में वर्तमान सरकार अब जाकर सफल हुई है. विपक्षी पार्टी के रूप में आतंकवादी घटना के लिए खुफिया विफलता और सुरक्षा चूक पर सवाल उठाना असामान्य बात नहीं कही जाएगी, लेकिन कांग्रेस के लिए यह बात सामान्य भी नहीं मानी जा सकती। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जिसने आतंकवादी घटनाओं में अपने पुरखों को गंवाया है. शहादत दी है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या तो प्रधानमंत्री आवास में ही कर दी गई थी. कांग्रेस अगर खुफिया विफलता और सुरक्षा चूक की बात उठाती है तो उसे इंदिरा गांधी की हत्या के कारणों पर भी चिंतन-मनन जरूर करना चाहिए।

इसी तरह से राजीव गांधी की भी बम विस्फोट में हत्या हुई थी. इसमें भी क्या कांग्रेस खुफिया विफलता और सुरक्षा चूक को बड़ा कारण मानती है. आतंकवादी और अपराधिक घटनाएं एक साजिश के तहत की जाती हैं. दुनिया का कोई भी देश नहीं है जिसमें खुफिया एजेंसी और सुरक्षा व्यवस्था इतनी पुख्ता हो कि उनको रोका जा सके. अमेरिका में 9-11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले को भी खुफिया एजेंसी की विफलता और सुरक्षा चूक के रूप में देखा जा सकता है. अमेरिका तो दुनिया का सबसे ताकतवर देश माना जाता है. इसी प्रकार इजराइल में हमास के आतंकियों ने हमला किया तो क्या उसे साजिश के रूप में देखा जाएगा या यह भी सुरक्षा चूक के रूप में देखा जाए.
राजनीति करने के लिए अवसरों की कमी नहीं है. भारतीय आत्मा की लाश पर राजनीति की मंशा स्वस्थ मस्तिष्क की उपज तो नहीं हो सकती।

भारत पर आतंकवादियों का यह इतना बड़ा हमला है कि, इस पर कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय विपक्ष का स्टैंड एक लाइन के प्रस्ताव में सामने आना चाहिए था कि, आतंकवादियों और साजिशकर्ताओं को सज़ा देने के लिए उसका भारत सरकार को बिना शर्त पूरा समर्थन है।
कांग्रेस जब सरकार से यह मांग करती है कि, जम्मू कश्मीर के लोगों की आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तो उसे यह भी सुझाव देना चाहिए कि वह किस तरीके से की जा सकती है. जब इस राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आश्रित है. आतंकवादी हमले के कारण पर्यटन बर्बाद होने की पूरी संभावना है, तो फिर आजीविका की सुरक्षा के लिए सरकार कौन से स्पेसिफिक कदम उठा सकती है।

कांग्रेस कार्य समिति के प्रस्ताव में वही पुरानी राजनीति खेलने का प्रयास किया है, जो वोट बैंक और तुष्टिकरण के नाम अब तक खेलती रही है. सोशल मीडिया पर की जा रही बातों को कार्य समिति के प्रस्ताव में उल्लेखित करके कांग्रेस अपने इरादे ही जाहिर कर रही है.
आतंकवादियों ने अगर धर्म पूछ कर पर्यटकों को गोली मारने का अधर्म किया है तो क्या कांग्रेस पीड़ित लोगों द्वारा बताए गए, आतंकवादियों द्वारा धर्म की पहचान पूछने के तथ्य को साजिश मानती है।

कांग्रेस कार्य समिति के प्रस्ताव ने सर्वदलीय बैठक में उसकी भूमिका भी स्पष्ट कर दी है. आज देश का जो माहौल है उसमें कांग्रेस यह हिम्मत तो नहीं कर सकती कि, सरकार को सीधे कटघरे में खड़ा कर सके लेकिन राजनीति करने का अपना धर्म भी नहीं छोड़ सकती है.
विचारों की अपरिपक्वता, राष्ट्रीय मुद्दों पर भी राजनीति को प्राथमिकता, तुष्टिकरण, ध्रुवीकरण की दुविधाग्रस्तता ने कांग्रेस को घेर रखा है. आतंकवाद की त्रासदी की इस घटना में भी कांग्रेस का यही अंतरविरोध दिखाई पड़ रहा है।

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मथुरा में 101 निरंकारी भक्तों ने किया उत्साहपूर्वक रक्तदान  https://ctnews.in/101-nirankari-devotees-enthusiastically-donated-blood-in-mathura/ https://ctnews.in/101-nirankari-devotees-enthusiastically-donated-blood-in-mathura/#respond Thu, 24 Apr 2025 09:10:43 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42684

निरंकारी भक्तों ने निभाया मानव धर्म – सी एम ओ

मथुरा( सतीश मुखिया): अंजाने लोगों से खून का रिश्ता जोड़ने के लिए वह अलग अलग शहरों से आए मथुरा और पहुंच गए हाइवे नवादा स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन पर आयोजित रक्तदान शिविर में, जहां उन्होंने विपरीत मौसम तपती गर्मी की परवाह किए बगैर उत्साहपूर्वक मानवहित में स्वेच्छा से रक्तदान कर परोपकार की भावना को उजागर किया।

निरंकारी मीडिया सहायक किशोर स्वर्ण ने बताया कि सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज की प्रेरणा से आध्यात्मिक वातावरण में हुए रक्तदान शिविर में मथुरा जोन के सादाबाद, हाथरस, फरह, कोसीकलां आदि स्थानों से आए 155 निरंकारी सेवादार भक्तों ने नामांकन कराया, जबकि 101 भक्त ही रक्तदान कर सके। शिविर का उद्घाटन एडिशनल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा संजीव यादव तथा दिल्ली से आए प्रसिद्ध साहित्यकार एवं निरंकारी पत्रिका एक नजर के सम्पादक श्री श्रीराम प्रजापति जी ने किया।

मुख्य अतिथि एडिशनल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा संजीव यादव ने निरंकारी मिशन के रक्तदान शिविर की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य का काम है, जो मानवहित में सबसे बड़ा परोपकार है। रक्त का कोई विकल्प नहीं है, इसलिए रक्तदान की जरूरत ज्यादा है। सत्गुरू की प्रेरणा पाकर निरंकारी भक्त जिस उत्साह के साथ रक्तदान कर रहे हैं, यह मानव धर्म ही तो निभा रहे हैं।

इस मौके पर दिल्ली से आए एक नजर के सम्पादक श्री श्रीराम प्रजापति  ने स्वयं रक्तदान करके रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया, तदोपरांत मानव एकता दिवस सत्संग को सम्बोधित करते हुए श्रीराम प्रजापति  ने कहा कि रक्तदान करके हम किसी पर अहसान नहीं कर रहे, मानव होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम किसी के काम आए। उन्होंने बाबा हरदेव सिंह के दीवार रहित संसार के भाव को स्पष्ट करते हुए कहा कि दीवारों के बिना विश्व की परिकल्पना तभी साकार होगी जब मनों से गैरपन की दीवारें गिरेगी। मानव एकता के तहत रक्तदान करके हम उन लोगों से खून का रिश्ता जोड़ रहे हैं, जिंहें हम जानते तक नहीं है।

उन्होंने समाज के उत्थान के लिए बाबा गुरबचन सिंह जी द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी शिक्षाओं को याद करने के साथ ही उन सिखलाईयों को आत्मसात भी करना होगा। शादी उत्सव में बाहरी दिखावे की बजाय सादगी के साथ विवाह आयोजन की आज जरूरत है, वहीं नशे से दूर रहने के संकल्प के साथ हम बाबा गुरबचन सिंह  को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपसी प्यार और मिलवर्तन के साथ रहते हैं तो एकता प्रदर्शित होती है। धर्म के नाम पर हो रही हिंसक घटनाओं से सबक लेते हुए हमें सद्भाव और भाईचारे की ओर कदम बढ़ाने होंगे। सारी दुविधाओं को दूर करने का आसान तरीका यही है कि परमात्मा को अपने जीवन का आधार बनाएं। मन का नाता प्रभु के साथ बना रहे। सत्गुरू की शिक्षाओं को हुबहू अपनाने से जीवन में निखार आयेगा।

मथुरा के जोनल इंचार्ज एच के अरोड़ा ने बताया कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह के संदेश ‘रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहे” को चरितार्थ करते हुए 1986 से अब तक 14 लाख 5 हजार से ज्यादा निरंकारी भक्त रक्तदान कर चुके है। भक्तों का यही उत्साह इस बार भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सत्गुरू माता सुदीक्षा  महाराज के मार्गदर्शन में संत निरंकारी मिशन सदैव ही समाज कल्याण के लिए प्रयासरत है, मिशन एक ओर जहाँ सत्य के बोध द्वारा मानव जीवन को सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्त कर रहा है, वहीं पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण एवं स्वच्छता अभियान के सक्रिय आयोजन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप आज विश्वभर में निरंकारी मिशन का सत्य, प्रेम एवं मानवता का संदेश जन-जन तक पहुँच रहा हैं।

निरंकारी सेवादल के क्षेत्रीय संचालक अजय यादव, सेवादल संचालक अशोक दयालु और शिक्षक योगेश कुमार के साथ समस्त सेवादल के सदस्य जहां व्यवस्थाओं में जुटे रहे, वहीं रक्तदान में भी आगे रहे। शिविर में मथुरा के महर्षि दयानंद सरस्वती जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक की डा. गीता सिंह के नेतृत्व में दस सदस्यीय स्टाफ टीम ने जांच के बाद लगभग 101 यूनिट रक्त संग्रहित किया। जिसमें परामर्शदाता शुशीला शर्मा भी शामिल रहे। रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र भी दिए गए। मथुरा के जोनल इंचार्ज एच के अरोड़ा ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया।

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महिला प्रधान बनी मुखौटा ,सत्ता सुख भोग रहे प्रधानपति, पुत्र और प्रतिनिधि https://ctnews.in/female-chief-becomes-a-mask-chiefs-husband-son-and-representative-are-enjoying-the-power/ https://ctnews.in/female-chief-becomes-a-mask-chiefs-husband-son-and-representative-are-enjoying-the-power/#respond Thu, 24 Apr 2025 08:20:59 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42673

मथुरा। आज देश में पंचायती राज दिवस मनाया जा रहा है और वर्तमान सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री भारत के द्वारा महिलाओं की पंचायत में स्थिति को मजबूत करने हेतु 50% आरक्षण की व्यवस्था की गई है। उस समय के तत्कालीन प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने 24 अप्रैल 2010 को पहला राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस घोषित किया और उन्होंने उल्लेख किया कि अगर पंचायती राज संस्थाओं ने ठीक से काम किया और स्थानीय लोगों ने विकास प्रक्रिया में भाग लिया, तो गरीबी, बुख मरी आदि खतरे का मुकाबला किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2015 को निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए “सरपंच पति” ” प्रधानपति” की प्रथा को समाप्त करने का आह्वान किया, ताकि वे सत्ता में चुने जाने के बाद उनके कामों पर अनुचित प्रभाव ना डाल सकें लेकिन यह व्यवस्था अभी सिर्फ कागजों तक ही सीमित दिखाई पड़ती है क्योंकि अभी भी अधिकतर पंचायत में महिला प्रधान सिर्फ मुखौटा बनकर रह गई है और उनकी प्रधानी को उनके पति ,पुत्र , देवर और प्रतिनिधि चला रहे हैं। देश की 90 प्रतिशत महिला घर के कामों तक सीमित है और गाय भैंसों का दूध निकालना और गोबर डालना, खाना बनाना आदि कामों तक सीमित दिखाई पड़ रही है।

आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मधुबनी, बिहार में उन पंचायत को पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। जिन पंचायतो ने अपने आप में बदलाव करके दिखाया है और क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाई है ।इसी कड़ी में समस्तीपुर जिले की मोतीपुर पंचायत जो कि एक महिला मुखिया के कारण सुर्खियों में है उनको प्रधानमंत्री द्वारा पुरस्कार से नवाजा जाएगा लेकिन यह व्यवस्था उत्तर प्रदेश में ध्वस्त होती हुई दिखाई पड़ रही है क्योंकि अधिकतर पंचायत की कमान अप्रत्यक्ष रूप से महिला प्रधानों और उनके पुत्रों के हाथ में है । महिला सिर्फ घर के अंदर सीमित है। यह लोग पंचायत की कमान अपने हाथ में लेकर सत्ता सुख भोग रहे हैं और मलाई चाट रहै है और पंचायत का विकास जिस तरह से होना चाहिए था उसका विकास उस तरह से हो नहीं पा रहा है ।

अब ऐसे में इस प्रकार से तो महिला सशक्तिकरण हो नहीं सकता कि जन प्रतिनिधि बनने के बाद वह पंचायत का कोई काम ना करें और वह सामाजिक रूप से मजबूत हो जाए। महिला प्रधानों की स्थिति जानने हेतु हम लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण स्तर और पंचायत में जाकर इन लोगों से जानने की कोशिश की कि प्रधान बनने के बाद उनके जीवन स्तर में क्या बदलाव आया लेकिन जब इनके द्वारा खंड विकास अधिकारी , मथुरा के कार्यालय में जो फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं उस पर संपर्क करने पर यह फोन उनके पति, पुत्र और अन्य प्रतिनिधि द्वारा ही उठाए गए जिस पर इन्हीं लोगों के द्वारा सही तरीके से जवाब न देने के कारण या टाल मटोल करने के कारण पंचायत की सही स्थिति सामने नहीं आ पाई। हमारी टीम ने कुछ पंचायत का दौरा किया और वहां की वास्तविक जमीन हकीकत जानने की कोशिश की।

केस:01
श्रीमती सावित्री देवी , ग्राम पंचायत: जुन सिटी की प्रधान है इनके नंबर पर संपर्क करने पर उनके पति से बात हुई और हमने कहा कि प्रधान जी हम आपसे मिलना चाहते हैं तब उन्होंने कहा कि मैं कहीं बाहर हूं, नहीं मिल सकता। जब गांव के ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रधान द्वारा काम तो कराया गया है लेकिन उस तरह का काम नहीं कराया है जिस तरह से कराया जाना चाहिए ।अमृत सरोवर का काम अधूरा है और पानी की पाइपलाइन जगह-जगह टूटी हुई है। इनकी वार्षिक योजना के अनुसार उन्होंने गांव में लगभग 30 से 35 लाख लागत के सामुदायिक शौचालय बनाए हैं लेकिन मौके पर वह शौचालय हमको नजर नहीं आए और अमृत सरोवर योजना का बोर्ड शमशान स्थल स्थित कमरे में रखा पाया गया और तालाबों में खरपतवार खड़ी हुई मिली।

केस :02
श्रीमती शगुन कुमारी, ग्राम पंचायत : राल , जब उनको संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और गांव के पंचायत भवन जाने पर वहां सावित्री देवी मिली जिन्होंने अपने आप को पंचायत सहायक बताया और कहां कि पंचायत का काम प्रधान का पुत्र देखता है हमने कहा कि आज पंचायत दिवस है इस पर वह बोली कि हां मुझे मालूम है ।हमारे पूछने पर आपको यह कब मालूम पड़ा तो उन्होंने कहा कि आज ही मालूम हुआ है कि पंचायत दिवस है और यहां आज मीटिंग होने वाली है जिसकी सूचना सचिव श्री रघुवीर सिंह द्वारा मुझे दी गई है। जब इसकी अध्यक्षता के बारे में पूछा तब उन्होंने कहा कि प्रधानी को तो हमने नहीं देखा है हमें यहां 10 महीने हो चुके हैं लेकिन उनका पुत्र और उनके पति ही पंचायत के कामों को करते हैं।यह एक बड़ी पंचायत है इसके अंतर्गत लगभग आठ नगले/ मजरे आते है।

यहां 5 से 6 सफाई कर्मचारी नियुक्त है लेकिन पंचायत में सफाई की व्यवस्था नगण्य है और नालियों से गंदगी निकल कर सड़क पर खुले आम बह रही है । इसी पंचायत के भाग नगला माली में प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी और स्थित शिक्षकों से बात करने पर यह ज्ञात हुआ कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम है और उन्होंने कहा कि हमारी बराबर कोशिश है कि विद्यालय में बालक और बालिकाओं की संख्या बढ़ाई जाए ।इसके लिए हम लोग जी जान से मेहनत कर रहे हैं हमारे विद्यालय की बाउंड्री वॉल टूटी हुई है इसके लिए हमने प्रधान को कहा है लेकिन प्रधान की तरफ से कोई उत्तर नहीं आया है। हम चाहते हैं खंड विकास अधिकारी इस समस्या पर ध्यान दें और विद्यालय की टूटी फूटी दीवार को सही कराए जिससे कि बच्चो को चोट लगने से बचाया जा सके।

केस:03
श्रीमती ममता, ग्राम पंचायत: जैंत, इनके नंबर पर संपर्क करने पर उनसे बात नहीं हो पाई ।यह पंचायत राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या: 02 पर स्थित है यह एक बड़ी पंचायत है और यह पंचायत भी अन्य पंचायत की तरह ही पाई गई। जब खंड विकास अधिकारी, मथुरा को फोन किया तो उनका फोन आउट ऑफ कवरेज एरिया बताता रहा।अब सवाल यह होता है क्या इस तरह से इन महिला प्रधानों का सशक्तिकरण हो पाएगा।

एक तरफ को केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,राज्य सरकार का पंचायती राज विभाग इन महिलाओं के उत्थान हेतु कार्यक्रम चला रहा है और ओमप्रकाश राजभर जो की पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश के मंत्री हैं वह गरीब ,पिछड़े, दलित और वंचितों की महिलाओं के हक की लड़ाई लड़ रहे है वह इन महिला प्रधानों को उनका हक दिला कर रहेंगे लेकिन उनके पुत्र और पतियों द्वारा ही उनका सामाजिक , आर्थिक और मानसिक शोषण किया जा रहा है। मान लीजिए किसी पंचायत में भ्रष्टाचार पाया जाता है तब जेल कौन जाएगा।पंचायत प्रधान जाएगा कि पंचायत प्रधान का पति , पुत्र या अन्य प्रतिनिधि जाएगा ।

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साहब अब तो धर्म बताने में डर लगता है …. https://ctnews.in/sir-now-i-am-afraid-to-tell-my-religion/ https://ctnews.in/sir-now-i-am-afraid-to-tell-my-religion/#respond Thu, 24 Apr 2025 05:18:34 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42646

मथुरा। भारत को आजाद हुए लगभग 75 वर्ष हो चुके हैं और 1947 में धर्म के आधार पर ही भारत का विभाजन हुआ और एक नए देश का जन्म हुआ जिसको हम सभी भारतीय पाकिस्तान के नाम से जानते हैं। भारत की संविधान की प्रस्तावना में सेकुलर शब्द का इस्तेमाल किया गया है जिसमें यहां सभी धर्म बराबर हैं और सभी धर्म को बराबर का सम्मान दिए जाएगा लेकिन 01 दिन पहले धर्म पूछ कर पहलगाम में हिंदू पर्यटकों के नरसंहार ने इसे झूठ ठहरा दिया है। इस्लामिक आतंकवाद का रक्तरंजित कायराना चेहरा उजागर कर दिया है। भारतीयों में गम के साथ गुस्सा है और उन मां का दुख हरदय को चीर रहा है जिन्होंने असमय अपने लालो को को दिया है।हिंदुस्तान के हर कोने से आतंकवादियों को सबक सिखाने की मांग उठ रही है।

देश में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं और भारत के प्रधानमंत्री , नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में छोड़कर भारत लौट आए हैं। इस घटना के तुरंत बाद अमित शाह, गृहमंत्री ने श्रीनगर पहुंच कर शहीद पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी।उन्होंने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और उस स्थान का जायजा लिया, जहां आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया था।क्या यही स्वर्ग है तब भैया ऐसा स्वर्ग हमको नहीं चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री की प्रतिक्रियाओं में आक्रोश और दोषियों को सबक सिखाने के संकेत साफ दिख रहे हैं। भारत आतंकवाद से मुक्ति चाहता है और उसको इसके लिए कुछ कड़े कदम उठाने होंगे हम देख रहे हैं कि हमारा पड़ोसी मुल्क बार-बार फन उठाता है और देश को वीर योद्धाओं की बलि देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है व उनके बलिदानों से देश की सीमाओं को सुरक्षित रखा जाता है चाहे वह मुंबई में ताज होटल पर हमला हो या कारगिल का युद्ध। आज समय की मांग है कि भारत छुटपुट सर्जिकल स्ट्राइक से आगे बढ़कर पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाए कि भविष्य में फिर ऐसी हिमाकत वह न कर सकें।

अब निर्विवाद रूप से यह तो तय है कि यह आतंकवादी हमला प्रायोजित है और धीरे-धीरे इसके पुख्ता प्रमाण भी सामने आ रहे हैं।पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने हाल ही में हिंदू-मुस्लिम धर्म के आधार पर तकरीर करते हुए हिंदुओं के लिए हेट स्पीच दी थी. यह देश आज अपने आंतरिक संकटों से ग्रस्त है और सेना के खिलाफ खुला विद्रोह हो रहा है। बलूचिस्तान तो सेना के हाथों से निकलने को तड़प रहा है और बलूच आर्मी ने इनकी नाक में दम कर रखा है।पीओके में भी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ आंदोलन हो रहे हैं। इस देश की अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच गई है और महंगाई सारी सीमाएं पार कर चुकी है। यहा लोगों का जीना दूभर हो गया है।

पाकिस्तान के आर्मी चीफ को अमेरिका ने अपने देश में घुसने नही देता और यह देश कटोरा लेकर भीख मांग रहा है। इसकी धार्मिक आतंकवादी एक्टिविटीज के कारण ही यह दुनिया में अलग-अलग पड़ा हुआ है। अब बात कश्मीर में शांति बहाली की है और यह देखना लाजमी होगा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समस्या का निराकरण किस प्रकार करते हैं यह समस्या भस्मासुर बनकर देश में अराजकता फैला रही है और क्या आज अपने ही देश में हम भारतीयों को धर्म बता कर रहना पड़ेगा यह सोचा नहीं था।

दोनों देश भारत और पाकिस्तान वर्ष 1947 में एक साथ आजाद हुए और इन दोनों की प्रगति में 75 वर्ष बाद जमीन आसमान का अंतर है।आजादी के समय अगर धर्म पर बंटवारा हो गया था तो इसे पूरी तरह से अमल में लाना था लेकिन ऐसा राजनीतिक कारणों से नहीं हुआ और उसका खामियाजा आज भारत भुगत रहा है, अगर बंटवारे को सही लागू किया होता तो भारत आज अमेरिका से ज्यादा विकसित देशों की श्रेणी में होता और दूसरी तरफ पाकिस्तान के हालात सीरिया से भी बदतर होते।

आज इजरायल भारत के लिए मॉडल हो सकता है जिसने इस्लामी आतंकवाद का जितने लंबे समय तक और जिस ताकत के साथ इस देश ने मुकाबला किया है, इसका दूसरा कोई उदाहरण नहीं हो सकता।भारत के साथ भी पड़ौसी पाकिस्तान वैसे ही आतंकवादी गतिविधियां करता है, जैसा इस्लामी आतंकवादी संगठन इजराइल में करते हैं लेकिन भारत अपनी नैतिक सीमाओं में खुद अपने को बाँध लेता है, यही भारत की कमजोरी साबित हो जाती है. पाकिस्तान के साथ जब भी युद्ध हुआ है तब भारत की सेना ने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है. लेकिन हर बार कूटनीतिक रूप से भारत की सरकारें पाकिस्तान को कोई न कोई रास्ता दे देती हैं.

हम देख रही है कि हमारे पड़ोस में बांग्लादेश ,पाकिस्तान ,नेपाल सब जगह हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं और हिंदुओं को डर के माहौल में जीवन यापन करना पड़ रहा है।पहलगाम की इस आतंकवादी घटना ने भी हिंदू धर्म को टारगेट किया गया है।इन आतंकवादियों ने पर्यटकों का धर्म पूछ कर गोली मारी और जब उन्हें धर्म स्पष्ट नहीं हुआ तो उन्होंने पहचान पत्र भी देखा।यहां तक कि कलमा पढ़ने के लिए भी कहा गया।

धर्म के नाम पर अगर इतना बड़े धार्मिक नरसंहार को अंजाम दिया जा सकता है, तो फिर अधर्म के नाम पर तो कुछ करने की जरूरत नहीं है.।अगर आतंकवादियों के लिए यह धर्म की बात है तो फिर उनके लिए अधर्म की बात क्या हो सकती है? आतंकवादी घटना के खिलाफ़ जम्मू-कश्मीर में प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसी घटना कश्मीरियों की रोजी-रोटी पर हमला है।अगर कश्मीर में पर्यटन बंद हो जाएगा तो फिर इस जन्नत में जीना मुहाल हो जाएगा और पाकिस्तान यही चाहता है कि कश्मीरियों की प्रोस्पेरिटी को बाधित किया जाए जिससे फिर उनमें पाकिस्तान की गुलामी की मनोवृति विकसित हो।

अब तो यह सोचने की कोई गुंजाइश ही नहीं है कि आतंकवाद का कोई धर्म होता है।भारत वैसे भी हमेशा मानता रहा है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता लेकिन इस बार तो आतंकवादियों ने सारी हदें पार कर दी। केंद्र सरकार का स्पष्ट मानना है कि आतंकवाद और संवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। इस आतंकवादी घटना के बाद अब तो भारत और पाकिस्तान के बीच आत्मरक्षा के युद्ध का माहौल है। इस आतंकवादी घटना का दिल दहलाने वाला दृश्य पूरे विश्व और भारत ने देखा है और सभी ने एक स्वर में इसकी निंदा की है। एक भारतीय नारी अपने पति को गोली लगने के बाद आतंकवादियों से गुहार लगाती सुनाई पड़ रही है कि उसे भी गोली मार दें , लेकिन आतंकवादी कह रहे हैं कि उसे नहीं मारेंगे वह जाकर मोदी को बताएं।

भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है और वह हमेशा पड़ोस में शांति चाहता है लेकिन अत्यधिक शांति की चाहत भी कई बार घातक साबित होती है और इसका स्वयं को भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ता है ।अब यह देखना होगा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भारत के विश्वास के प्रतीक हैं और वह इस आतंकवादी हमले से भारत मां के सीने पर हुए घाव को कैसे भरते है यह भविष्य के गर्त में है। देश की 125 करोड़ जनता प्रधानमंत्री से आश लगाकर बैठी है कि वह उचित कदम उठाएंगे और देश की नागरिकों की भावनाओं का सम्मान करेंगे।

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राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ ने अनुराग कश्यप के खिलाफ की कार्रवाई की मांग https://ctnews.in/rashtriya-brahmin-seva-sangh-demanded-action-against-anurag-kashyap/ https://ctnews.in/rashtriya-brahmin-seva-sangh-demanded-action-against-anurag-kashyap/#respond Thu, 24 Apr 2025 05:16:08 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42643

मथुरा। अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर ब्राह्मण सेवा संघ ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों के लिए उत्तेजना पूर्वक अपशब्दों का प्रयोग किया है।इससे संपूर्ण ब्राह्मण समाज आहत है।राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के अध्यक्ष आचार्य आनंद बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि अनुराग कश्यप की यह भाषा ब्राह्मण समाज के लिए अपमानजनक और अपमानित करने वाली है, बल्कि यह सामाजिक सद्भाव को बिगड़ने, सामाजिक वैमनुष्यता बढ़ावा देने वाली है और सामुदायिक तनाव को बढ़ाने वाली है।

यह टिप्पणी संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन करती है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष गोविंद नारायण शर्मा, मृदुल कांत शास्त्री, गोपेश बाबा, जिला विधिक सलाहकार दिनेश चंद्र शर्मा, बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भानु प्रकाश गौतम, लाला पहलवान, राघव भारद्वाज, बृजवासी पंडा समाज के अध्यक्ष श्यामसुंदर गौतम , अमित भारद्वाज, नीरज गौड आदि उपस्थित रहे।

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डीएम की पहल पर 1180 छायादार / फलदार पौधे रोपित ,28 शस्त्र लाइसेंस स्वीकृत https://ctnews.in/on-the-initiative-of-dm-1180-shady-fruit-bearing-plants-were-planted-28-arms-licenses-were-approved/ https://ctnews.in/on-the-initiative-of-dm-1180-shady-fruit-bearing-plants-were-planted-28-arms-licenses-were-approved/#respond Thu, 24 Apr 2025 05:13:44 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42639

मथुरा। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने जनपद में पर्यावरण को स्वच्छ बनाये जाने हेतु वृक्षारोपण में पहल करते हुए जनपद के सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों से लाइसेंस का नवीनीकरण कराने पर तथा वृद्धावस्था वारिसान एवं मृतक वारिसान के आधार पर लाइसेंस स्वीकृत किये जाने सम्बन्धी पत्रावलियों में दिनांक- 22 अप्रैल 2025 तक 1180 छायादार / फलदार पौधे रोपित कराये जा चुके है।विरासत के आधार सम्पूर्ण प्रक्रिया पूर्ण होने पर 28 शस्त्र लाइसेंस स्वीकृत किये गये है।डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण एवं प्राकृतिक पर्यावरण (वन, वन्यजीव, झील, नदी इत्यादि) की रक्षा को संविधान में देश की जनता के मौलिक कर्तव्य के रूप में शामिल किया गया है। हम सभी को पौधारोपण एवं पर्यावरण की रक्षा करने के हरसंभव उपाय करने चाहिए।

पृथ्वी के पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए वृक्षों का होना आवश्यक है। इसके लिए सभी लोगों को ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना चाहिए। डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पेड़ लगाने के नाम से विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं।पर्यावरण एवं जलवायु को बेहतर करने के उद्देश्य रहता है। सभी जनपद वासी शामिल होकर इसे सफल बनाएं। साथ ही इस पेड़ को अपने मातृतुल्य सम्मान देते हुए उसकी देखभाल करें। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि पेड़ों को लगाने में ऐसी जगह का चयन करें, जहां आप उसकी देखभाल बेहतर तरीके से कर सकें।उन्होंने वृक्षारोपण करने वाले सभी व्यक्तियों से कहा कि वृक्षारोपण की सफलता के लिए वृक्षारोपण पश्चात उसकी नियमित रूप से देखभाल की जाए।

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गोवा प्रदेश में धर्मांतरण पर रोक लगनी चाहिए – पंडित नवीन गौड़ https://ctnews.in/religious-conversion-should-be-banned-in-goa-state-pandit-naveen-gaur/ https://ctnews.in/religious-conversion-should-be-banned-in-goa-state-pandit-naveen-gaur/#respond Thu, 24 Apr 2025 05:11:58 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42636

मथुरा। विश्व हिंदू परिषद अखिल भारतीय प्रचार-प्रसार मंत्री पंडित नवीन गौड़ ने गोवा प्रदेश में हो रहे निरंतर धर्मांतरण को लेकर वहां के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत से चिंता जताई। डॉक्टर प्रमोद सावंत ने कहा कि इस विषय को लेकर वह भी काफी चिंतित हैं। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद अखिल भारतीय प्रचार-प्रसार मंत्री पंडित नवीन गौड़ को आश्वासन दिया कि वह इस विषय पर बहुत ही गंभीरता के साथ ध्यान देंगे एवं किए जा रहे धर्मांतरण के मामलों पर नकेल कसी जाएगी। पंडित नवीन गौड़ ने कहा कि देश एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी अगर धर्मांतरण हो रहा है तो यह बात चिंता करने योग्य है एवं हिंदू सनातन को शर्मसार करने वाली बात है।

तत्काल प्रभाव से धर्मांतरण को गोवा प्रदेश में प्रतिबंधित करना चाहिए। जो भी व्यक्ति इस प्रकार के कृत्यों को करता हुआ पाया जाए उस पर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। धर्मांतरण को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन हिंदू भाई बहनों का धर्मांतरण हुआ है उनका परावर्तन कराकर उनकी पुनः हिंदू धर्म में घर वापसी होनी चाहिए। गोवा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत को भेंट स्वरूप शाश्वत हिंदू पुस्तक दी। मुख्यमंत्री ने पंडित नवीन गौड़ को आत्मनिर्भर भारत – स्वयंपूर्ण गोवा नामक पुस्तक भेंट स्वरूप प्रदान की। जल्द से जल्द बांके बिहारी जी के दर्शन हेतु मथुरा आने का आश्वासन दिया। इस अवसर अमित व राहुल फौजदार उपस्थित रहे।

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अवैध आरओ प्लांट का संचालन जोरो पर https://ctnews.in/illegal-ro-plant-operation-in-full-swing/ https://ctnews.in/illegal-ro-plant-operation-in-full-swing/#respond Wed, 23 Apr 2025 05:10:20 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42565

मथुरा। भगवान श्री कृष्ण की नगरी एक धार्मिक शहर है और यहां हर समय पर्यटको का आवागमन लगा रहता है जिस कारण गर्मी शुरू होने के बाद पानी की खपत में अचानक भारी वृद्धि हो गई है और इसका फायदा उठाता है पानी माफिया। वर्ष 2017 में नगर पालिका से मथुरा वृंदावन नगर निगम बनने के बाद और उसकी सीमा में विस्तार करने के उपरांत 18 से 20 गांव को शामिल किए जाने के बाद मथुरा शहर वृंदावन का क्षेत्रफल काफी बढ़ गया है और इसमें गांव के मौजों के अंतर्गत कच्ची कालोनियां की भरमार हो गई है। जिनके अंतर्गत अनियमित रूप से यह कालोनियां विकसित हो रही हैं और पानी माफिया के द्वारा आर ओ प्लांट शासन के द्वारा निर्धारित गाइड लाइन को दरकिनार कर अवैध रूप से पानी का व्यापार धङल्ले से संचालित किये हुए है ।

जिन जिम्मेदार अधिकारियों को इनकी जांच करने की जिम्मेदारी है वह अधिकारी अपने कानों में हुई लगाकर यह सब देख रहे हैं और जनता के द्वारा शिकायत करने के बावजूद उनके कानों पर जू नहीं रेंग रही है । जिससे आर ओ प्लाटो के संचालको के हौसले बुलंद बने हुए है। यह यहां आप प्लांट सरकार के मानकों के विपरीत चल रहे हैं और यह सरकार द्वारा निर्धारित किसी भी मानक पर खड़ा नहीं उतर पा रहे हैं ।इनमें से कुछ RO विद्युत कर्मियों की मदद से बिजली चोरी कर रहे हैं और काम भार का कनेक्शन मंजूर करवा कर अधिक बिजली का उपयोग कर रहे हैं अगर एक आम उपभोक्ता समय से बिल नहीं भरता तो दक्षिण विद्युत निगम लिमिटेड उसका कनेक्शन काट देता है वहीं दूसरी तरफ विद्युत विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत के कारण कैसे पानी माफिया के लोग घरेलू कनेक्शन पर व्यावसायिक गतिविधि कर रहे है।क्या यह सब उपखंड अधिकारियों के संज्ञान में हो रहा है।अब सवाल यह उठता है क्या मिठाई रूपी प्रसाद में से उनको भी कुछ हिस्सा मिलता है इसकी जांच की जानी चाहिए।

शहर में काफी समय से आरओ प्लाटो को स्थापित कर गर्मी के समय पानी का व्यापार किया जा रहा है उपरोक्त प्लांटो मे शासन की निर्धारित गाइड लाइन की खुलेआम धज्जिया उङायी जा रही है जो अवैध रूप से संचालित बने हुए है। इस समय सहालग के सीजन मे शादी विवाह के अवसर पर प्रतिभोज मे भी आरओ का पानी परोसा जा रहा है जो लोग इसकी शुद्धता पर विश्वास करते है परन्तु बताया जाता है कि प्लाटो की अधिक सप्लाई होने के कारण प्लाट में ठन्डा न कर वर्फ का इस्तेमाल करना बताया जा रहा है जिससे अधिक कमाई करने के उद्देश्य से यह मानव के स्वास्थ से खिलवाड करने से नही चूक रहे l यह आरोप प्लांट आपको वार्ड क्रमांक: 12 राधेश्याम कॉलोनी, जयसिंहपुरा, सराय आजमाबाद ,कोटा, देवीपुरा आदि में चलते मिल जाएंगे। स्थानीय लोगो ने जिलाधिकारी से माँग की है कि शहर मे संचालित आरओ प्लाटो की छापामारी कर जाँच की जाये और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

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मथुरा में नॉनवेज बिरयानी की बिक्री जोरों पर, खाद्य विभाग की निष्क्रियता से जनता का स्वास्थ्य खतरे में https://ctnews.in/sale-of-non-veg-biryani-is-in-full-swing-in-mathura-public-health-is-in-danger-due-to-the-inaction-of-the-food-department/ https://ctnews.in/sale-of-non-veg-biryani-is-in-full-swing-in-mathura-public-health-is-in-danger-due-to-the-inaction-of-the-food-department/#respond Wed, 23 Apr 2025 05:08:31 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42561

मथुरा। भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा वृंदावन में सैकड़ों की संख्या में बिना लाइसेंस के बिरयानी/हैदराबादी बिरयानी” के नाम से तथा हैदराबादी नॉनवेज बिरयानी दुकानें संचालित हो रही हैं, जो खाद्य सुरक्षा नियमों का खुला उल्लंघन कर रही हैं। इन दुकानों पर खाद्य विभाग का वरदहस्त है और अधिकारी आंख मूंदकर यह सब देख रहे हैं या कहीं मिठाई रूपी प्रसाद मिलने के कारण चुप हैं।ये दुकानें राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या: 02 महेश्वरी चौराहे से आगे,राधेश्याम कॉलोनी,सुखदेव नगर ,भरतपुर गेट आदि जैसे प्रमुख स्थानों पर धड़ल्ले से चल रही हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, इन दुकानों में निम्न गुणवत्ता वाले मसाले, तेल और अन्य सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है । अवैध दुकानों का जाल गंभीर बीमारियों को न्योता दे रहा है और स्वच्छता के नाम पर एक धोखा है।

नियमों की अनदेखी
इन दुकानों में बिरयानी तैयार करने के लिए चावल, जानवर का मांस, प्याज, मसाले और बाजारू तेल का उपयोग होता है, लेकिन खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और स्वच्छता की कोई जांच नहीं की जाती। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इनमें से अधिकांश दुकानों के पास खाद्य विभाग से वैध लाइसेंस नहीं है। कर्मचारी बिना ग्लव्स और ड्रेस कोड के भोजन तैयार करते हैं, जिससे स्वच्छता मानकों का उल्लंघन हो रहा है। यह स्थिति डायरिया, गैस्ट्रिक समस्याओं और अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है।कम कीमत का लालच,गुणवत्ता पर सवाल।ये दुकानें अन्य रेस्टोरेंट्स की तुलना में बेहद कम कीमत पर बिरयानी बेचती हैं, जिससे आम लोग आकर्षित होते हैं।

हालांकि, इतनी कम लागत में गुणवत्ता वाली नॉनवेज बिरयानी उपलब्ध कराना संदेहास्पद है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में दावा किया गया है कि इन दुकानों में स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मिश्रण और अवयवों का उपयोग हो रहा है। यह स्थिति जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ को दर्शाती है। खाद्य विभाग और जिला प्रशासन की चुप्पी।स्थानीय लोगों ने खाद्य विभाग को इन अवैध दुकानों की शिकायतें की हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

खाद्य विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या विभाग इन दुकानों के संचालन में किसी तरह का सहयोग कर रहा है? जिला प्रशासन की उदासीनता ने लोगों के बीच आक्रोश पैदा किया है, जो अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।नागरिकों और प्रशासन की जिम्मेदारी।स्थानीय नागरिकों से अपील है कि वे ऐसी अवैध दुकानों से सावधान रहें और खाद्य विभाग को ऐसी गतिविधियों की सूचना दें। विशेषज्ञों का कहना है कि खुले में बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, खासकर जब स्वच्छता नियमों का पालन न हो। खाद्य विभाग और जिला प्रशासन को तत्काल इन दुकानों के लाइसेंस, सामग्री की गुणवत्ता और स्वच्छता मानकों की जांच करनी चाहिए। बिना लाइसेंस वाली दुकानों को बंद करने के साथ-साथ ग्लव्स, ड्रेस कोड और स्वच्छता नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाना चाहिए।

निष्कर्ष मथुरा में बिना लाइसेंस के चल रही नॉनवेज बिरयानी दुकानें खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के साथ-साथ जनता के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनी हुई हैं। जिला प्रशासन और खाद्य विभाग को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य सामग्री हर नागरिक का अधिकार है, और इसकी रक्षा के लिए प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।

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प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे बनी यूपीएससी टॉपर https://ctnews.in/prayagrajs-daughter-shakti-dubey-becomes-upsc-topper/ https://ctnews.in/prayagrajs-daughter-shakti-dubey-becomes-upsc-topper/#respond Wed, 23 Apr 2025 05:06:35 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=42558

मथुरा। देश की सबसे प्रतिष्ठित यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा 2024 की टॉपर कुमारी शक्ति दुबे प्रयागराज में ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में तैनात उपनिरीक्षक देवेंद्र दुबे की बेटी है जो बलिया के रहने वाले है परंतु प्रयागराज में सोमेश्वर कॉलोनी नैनी में अपना घर बनाकर परिवार के साथ रह रहे है इनकी दो बेटियां शक्ति और प्रगति है प्रगति दुबे भी यूपीएससी की तैयारी कर रही है शक्ति के भाई आसुतोष एमसीए कर रहे हैं शक्ति दुबे शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है। इन्होंने 1rst से 12th तक सेंट मैरी स्कूल घूरपुर प्रयागराज से शिक्षा प्राप्त की और सभी क्लास में टॉपर नहीं।

इसके उपरांत इन्होंने केन्द्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद जो पूरब के ऑक्सफोर्ड के नाम से जाना जाता है से बीएससी गोल्ड मेडल के साथ किया और बीएचयू से इन्होंने बायोकेमिस्ट्री में एमएससी किया और ये सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद व बीएचयू की टॉपर गोल्ड मेडलिस्ट रहीं शक्ति दुबे का ये 4 th अटेंप था।शक्ति दुबे शुरू से ही मेधावी छात्रा थी प्रथम 3 प्रयासों में असफल रहने के बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं खोई और अपने फोर्थ अटेॅप में यूपीएससी की परीक्षा में प्रथम स्थान पाकर अपने परिवार के साथ प्रयागराज का नाम गौरव किया। इनकी सफलता पर बलिया से प्रयागराज तक खुशी की लहर व्याप्त है।

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