राजनीति – CT News https://ctnews.in News Portal Tue, 25 Mar 2025 06:32:49 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://ctnews.in/wp-content/uploads/2024/07/cropped-CT_NEWS_LOGO-32x32.png राजनीति – CT News https://ctnews.in 32 32 डीटीसी में घाटा होने पर सीएम रेखा गुप्ता ने पूर्व सरकार पर उठाए सवाल  https://ctnews.in/cm-rekha-gupta-raised-questions-on-the-previous-government-on-the-loss-in-dtc-2/ https://ctnews.in/cm-rekha-gupta-raised-questions-on-the-previous-government-on-the-loss-in-dtc-2/#respond Tue, 25 Mar 2025 06:32:49 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=40507

नई बसों को खरीदने के लिए पिछली सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया

डीटीसी संचालन में नहीं हुआ कोई घोटाला- आप पार्टी 

दिल्ली- एनसीआर। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के कामकाज पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट सदन में पेश की। उसमें डीटीसी में घाटा होने पर पूर्व सरकार पर सवाल भी उठाए।

उन्होंने कहा कि नई बसों को खरीदने के लिए पिछली सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। यह कैग रिपोर्ट 2015-16 से 2021-22 की अवधि को कवर करती है। पूर्व की आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में लंबित इस रिपोर्ट को विधानसभा में रखने की भाजपा विधायक लंबे समय से मांग कर रहे थे।
कैग की ऑडिट रिपोर्ट में पाया गया की डीटीसी ने कोई व्यवसाय योजना या परिप्रेक्ष्य योजना तैयार नहीं की। अपने घाटे को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न भौतिक और वित्तीय मापदंडों के संबंध में लक्ष्य निर्धारित करने के लिए दिल्ली सरकार के साथ कोई समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर नहीं किया गया। बसों का रुट 814 से घटकर 468 हो गया। इससे सरकार को 2015 से 2022 तक करीब 14000 करोड़ का घाटा हुआ। 3697 बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रोजेक्ट पर सरकार ने 52 करोड़ खर्च किया, लेकिन यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका। डीटीसी घाटे में होने के बावजूद क्लस्टर बसों के ऑपरेटरों से 225 करोड़ रुपये का किराया वसूल नहीं किया गया।

लगातार चलता रहा घाटे का सिलसिला
लेखापरीक्षा से पता चलता है कि निगम लगातार वित्तीय घाटे और परिचालन अक्षमताओं से जूझ रहा है। 31 मार्च 2022 तक डीटीसी के पास 36 डिपो में 3,762 बसों का बेड़ा था, जो प्रतिदिन औसतन 15.62 लाख यात्रियों को सेवा देता था और 2021-22 में इसका टर्नओवर 660.37 करोड़ रहा। इसके बावजूद उसी वर्ष निगम को 8,498.35 करोड़ का घाटा हुआ, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार से लिए गए ऋणों पर 8,375.92 करोड़ का ब्याज बोझ प्रमुख कारण रहा।

बेड़े के प्रबंधन में खामियां
रिपोर्ट में सबसे चिंताजनक तथ्य यह रहा है कि डीटीसी के बस बेड़े में कमी रही है। यह 2015-16 में 4,344 से घटकर 2022-23 तक 3,937 हो गया। सरकार से फंड उपलब्ध होने के बावजूद निगम 2021-22 और 2022-23 में केवल 300 इलेक्ट्रिक बसें ही खरीदी। बेड़े में वृद्धि में देरी के कारण ऑपरेटरों पर 29.86 करोड़ का जुर्माना नहीं लगाया गया। पुरानी लो-फ्लोर बसों की संख्या 2015-16 में 0.13% (5 बसें) से बढ़कर 31 मार्च 2023 तक 44.96% (1,770 बसें) हो गई, जिससे खराबी और सेवा विश्वसनीयता में कमी आई।

परिचालन और योजना में कमियां
कैग ने डीटीसी की व्यावसायिक या दीर्घकालिक योजना के अभाव की भी बात कही है। मार्ग योजना में भी कमी रही। 31 मार्च 2022 तक 814 में से केवल 468 मार्ग (57%) ही संचालित थे, और कोई भी मार्ग परिचालन लागत वसूल नहीं कर सका। निर्धारित किलोमीटर 7.06% से 16.59% तक छूटे, और प्रति 10,000 किलोमीटर पर बसों की खराबी 2.90 से 4.57 के बीच रही, जिससे सात वर्षों में 668.60 करोड़ का संभावित राजस्व नुकसान हुआ। तकनीकी उन्नयन जैसे स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली (एएफसीएस) और सीसीटीपी कैमरों का सिस्टम भी अधर में लटके हैं। दिसंबर 2017 में शुरू हुआ एएफसीएस मई 2020 से निष्क्रिय है, जबकि मार्च 2021 तक 3,697 बसों में 52.45 करोड़ की लागत से लगाया गया सीसीटीवी कैमरे मई 2023 तक कार्यात्मक नहीं हो सका।

डीटीसी ने कई बार राजस्व कमाने की अवसर गवाएं
डीटीसी के पास किराया संशोधन का अधिकार नहीं है, जो आखिरी बार तीन नवंबर 2009 को तय किया गया था। इससे यह सरकार की सब्सिडी पर निर्भर है। परिवहन विभाग से क्लस्टर बस संचालन के लिए 225.31 करोड़ और संपत्ति कर में 6.26 करोड़ रुपये बकाया हैं। विज्ञापन अनुबंधों में देरी और डिपो स्थानों के व्यावसायिक उपयोग में विफलता से राजस्व के अवसर खो गए। डीटीसी में मानव संसाधन प्रबंधन भी कमजोर रहा है। 30,591 कर्मचारियों के साथ डीटीसी ने 2013 के बाद अपनी स्टाफिंग नीति में संशोधन नहीं किया, जिससे कर्मचारी तैनाती में असंतुलन पैदा हुआ।

जवाबदेही की मांग
लेखापरीक्षा में आंतरिक नियंत्रण, प्रबंधकीय निगरानी और जवाबदेही की कमी को रेखांकित किया गया है। निविदाओं में देरी, कमजोर परिचालन नियंत्रण और बकाया वसूली में ढिलाई ने निगम को नुकसान पहुंचाया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बढ़ती आबादी के साथ राजधानी में सार्वजनिक परिवहन की मांग लगातार बढ़ रही है, ऐसे में डीटीसी का पुनरुद्धार जरूरी है।

डीटीसी को पटरी पर लाने के लिए इस पर अमल होना जरूरी
उद्योग मानकों के अनुरूप अल्पकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जाए।
विज्ञापन और भूमि के व्यावसायिक उपयोग से गैर-यातायात राजस्व बढ़ाया जाए।
सड़क योग्य बसों की संख्या सुनिश्चित हो।
लोड फैक्टर और मार्गों की समय-समय पर समीक्षा करने की जरूरत है।
डिम्टस के साथ प्रदर्शन अंतर का विश्लेषण और सुधार की जरूरत।
मैन पावर के उपयोग के लिए डीटीसी की कार्मिक नीति की समीक्षा की जानी चाहिए और उनकी नियुक्ति और तैनाती के लिए उचित तंत्र होना चाहिए।

पढ़े डीटीसी संचालन को लेकर क्या बोली आप पार्टी 
आम आदमी पार्टी का कहना है कि कैग रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि डीटीसी के संचालन में कोई घोटाला या भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। भाजपा ने 2021 में एक हजार नई लो-फ्लोर बसों की खरीद में घोटाले का झूठा आरोप लगाया। उसके बाद एलजी ने सीबीआई जांच का आदेश दिया और अधिकारियों को प्रस्ताव को स्थगित करने के लिए मजबूर किया। सालों तक भाजपा ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बंधक बनाकर रखा, जिससे लोगों को बेहतर सेवाओं से वंचित रखा गया। उन्हें इसके लिए दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
कैग रिपोर्ट से यह भी पुष्टि होती है कि आप सरकार ने पिछले 10 वर्षों से किराये में बढ़ोतरी को रोककर और महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा देकर किफायती सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित किया। देश भर में एक भी भाजपा राज्य ऐसा करने में कामयाब नहीं हुआ है। भाजपा सरकार इन दोनों उपायों को उलटने की योजना बना रही है।

कैग रिपोर्ट से भाग रही है आम आदमी पार्टी : वीरेंद्र सचदेवा
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि विधानसभा का सत्र शुरू होते ही उसके नेता बेबुनियाद मुद्दे उठाकर सदन से भाग गए। इसके पीछे उनका उद्देश्य कैग रिपोर्ट से बचना था। सचदेवा ने कहा कि सोमवार को जब दिल्ली सरकार ने डीटीसी से जुड़ी लंबित कैग रिपोर्ट पेश की तो आम आदमी पार्टी के नेता बौखला गए और आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा करने लगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कैग की ताजा रिपोर्ट में डीटीसी घोटाले को उजागर किया गया है, जिसमें खुद पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी की सीधी संलिप्तता थी। पूर्व की सरकार मनगढ़ंत आंकड़े पेश कर जनता को गुमराह करती रही।

कैग रिपोर्ट पर कार्यवाही में देरी पर विस अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को विधानसभा में कैग रिपोर्ट पर खुलासा किया। उसमें कहा कि कैग रिपोर्ट पर पिछले दस वर्षों में आम आदमी पार्टी के शासन में विधानसभा की लोक लेखा समिति और सरकारी उपक्रम समिति ने जांच कर कोई रिपोर्ट विधानसभा में प्रस्तुत नहीं की। वहीं प्रशासनिक विभागों ने रिपोर्ट के पैरा पर कोई एक्शन टेकन रिपोर्ट पेश नहीं की, जबकि यह तीन महीने के भीतर प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।

विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि महालेखाकार (ऑडिट) रोली शुक्ला ने 21 मार्च को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रशासनिक विभागों को चेतावनी देते हुए कहा कि एक्शन टेकन रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत न करने के मामले में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर विभाग कैग की रिपोर्ट पर समय पर जवाब नहीं देते हैं तो इससे ऑडिट की पूरी प्रक्रिया निष्प्रभावी हो जाती है।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के व्यय विभाग ने इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक विशेष मॉनिटरिंग प्रकोष्ठ बनाया है। इसके अलावा, एक वेब-आधारित प्रणाली ऑडिट पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित किया है, जिससे सभी रिपोर्टों पर की निगरानी की जाती है। इससे पारदर्शिता बढ़ती है और अनावश्यक कागजी कार्यवाही समाप्त होती है। जबकि दिल्ली में अभी तक यह कार्य मैन्युअल रूप से किया जा रहा है, जिससे समय की बर्बादी होती है और कार्यवाही में अनावश्यक देरी होती है। महालेखाकार ने दिल्ली में भी यह प्रणाली लागू करने की सिफारिश की थी, लेकिन इस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

उन्होंने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि कैग रिपोर्टों पर कार्रवाई की निगरानी के लिए इस प्रणाली जल्द से जल्द लागू किया जाए। उन्होंने वित्त विभाग को अप्रैल 2025 के पहले सप्ताह तक इस संबंध में एक स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

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विपक्ष नेता आतिशी ने महिला समृद्धि योजना को लेकर एक बार फिर रेखा सरकार पर साधा निशाना  https://ctnews.in/opposition-leader-atishi-once-again-targeted-rekha-government-over-mahila-samridhi-yojana-2/ https://ctnews.in/opposition-leader-atishi-once-again-targeted-rekha-government-over-mahila-samridhi-yojana-2/#respond Sat, 22 Mar 2025 10:17:26 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=40321

दिल्ली- एनसीआर। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में महिला समृद्धि योजना के क्रियान्वयन न होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। दिल्ली विधानसभा विपक्ष की नेता आतिशी ने महिला समृद्धि योजना को लेकर एक बार फिर रेखा गुप्ता सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कहा, “चुनाव से पहले PM मोदी ने दिल्ली की महिलाओं से वादा किया था कि 8 मार्च को हर महिला के बैंक अकाउंट में 2500 रुपये आएंगे। लेकिन एक भी पैसा नहीं आया। यह एक जुमला था। 2500 रुपये तो छोड़िए अभी तक योजना का रजिस्ट्रेशन भी शुरू नहीं हुआ।”

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शराब में ओवर रेटिंग से हो रही खुली लूट, आबकारी विभाग माफिया के हवाले -धस्माना

देहरादून। पिछले विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में उत्तराखंड को धीरे धीरे मद्यनिषेध की ओर ले जाने का वादा करने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश से मदिरा प्रदेश में तब्दील कर दिया है। पूरे प्रदेश में कदम कदम पर शराब की दुकान खोल दी गई है जिससे राज्य का युवा नौजवान बर्बाद हो रहा है। सरकार एक ओर अपना खजाना शराब की कमाई से भर रही है और भाजपा नेताओं व सरकार में शामिल ओहदेदारों की जेब शराब की ओवर रेटिंग की काली कमाई से भर रही है।

यह आरोप आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में लगाया। प्रदेश सरकार की आबकारी नीति पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि विदेशी शराब की दुकान थोक के भाव खोली जा रही हैं और अकेले देहरादून में अब तक रेगुलर टैंडर प्रक्रिया से खुलने वाली शराब की दुकानों के अतिरिक्त पैंसठ नई विदेशी शराब की दुकानें खोली जा चुकी हैं और पचास से ज्यादा नई दुकानें खोलने की तैयारी है।

पंद्रह लाख रुपए लाइसेंस फीस के अलावा इतनी ही रकम रिश्वत के रूम में वसूली जा रही है। धस्माना ने कहा कि प्रदेश की लगभग सभी देसी व अंग्रेजी शराब की दुकानों से शराब के निर्धारित दामों से अधिक पैसा ग्राहकों से वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रति माह देसी साढ़े तीन लाख पेटी शराब, अंग्रेजी की चार लाख पेटी व बियर की चार लाख पेटी की बिक्री होती है । धस्माना ने कहा कि प्रति माह पच्चीस करोड़ रुपए ओवररेटिंग से अवैध तरीके से वसूले जा रहे हैं। धस्माना ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश का एक शराब माफिया पूरे आबकारी विभाग को चला रहा है।

धस्माना ने कहा कि यह व्यक्ति वह आबकारी विभाग के अधिकारियों की तैनाती से लेकर एफ एल टू और शराब की हर नीति का निर्धारण कर रहा है। धस्माना ने आरोप लगाया कि शराब की ओवर रेटिंग की कमाई की वसूली करने वाला यह व्यक्ति अगली शराब नीति में पुराने ठेकों को रिन्यूअल के नाम पर भी ठेकेदारों से भरी रकम वसल कर रहा है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश के मुख्यमंत्री से यह मांग करती है कि राज्य में शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग पर तत्काल रोक लगाई जाए और शराब नीति को प्रभावित करने वाले व आबकारी विभाग पर अवैधानिक तरीके से हस्तक्षेप करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

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ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हूं’ https://ctnews.in/mamata-banerjee-said-i-am-ready-to-take-over-the-leadership-of-india-block/ https://ctnews.in/mamata-banerjee-said-i-am-ready-to-take-over-the-leadership-of-india-block/#respond Sat, 07 Dec 2024 09:35:26 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32585

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हैं। ममता का यह बयान कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के भीतर एक नई हलचल को जन्म दे सकता है। लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन ने भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को कड़ी चुनौती दी थी, लेकिन हाल ही में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद से गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।

ममता का बयान और कांग्रेस से तल्खी
न्यूज18 बांग्ला को दिए गए एक साक्षात्कार में ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने इंडिया ब्लॉक का गठन किया था। अब इसे संभालने की जिम्मेदारी उन लोगों पर है जो इसका नेतृत्व कर रहे हैं। अगर वे इसे नहीं चला सकते, तो मैं क्या कर सकती हूं? मैं बस इतना कहूंगी कि सभी को साथ लेकर चलना होगा।”

जब ममता से यह पूछा गया कि क्या वह इंडिया ब्लॉक की कमान संभालेंगी, तो उन्होंने कहा, “अगर मौका मिला, तो मैं इसके सुचारू संचालन को सुनिश्चित करूंगी।” ममता के इस बयान को विपक्षी गठबंधन के भीतर मतभेदों और असंतोष के संकेत के रूप में देखा जा रहा है, खासकर कांग्रेस के साथ उनके रिश्तों में खटास के बीच।

तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के रिश्ते
लोकसभा चुनावों के बाद से तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखी है और पार्टी के साथ कोई चुनावी गठबंधन नहीं किया है। ममता ने संकेत दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह इंडिया ब्लॉक से अलग होने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मैं बंगाल से बाहर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैं इसे (इंडिया ब्लॉक को) यहीं से चला सकती हूं।”

कांग्रेस और सीपीआई की प्रतिक्रिया
इंडिया ब्लॉक की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने ममता के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, इससे पहले सीपीआई ने भी कांग्रेस के तरीके पर नाराजगी जताई थी। सीपीआई महासचिव डी राजा ने पिछले सप्ताह कहा था कि इंडिया गठबंधन के सीट-बंटवारे में वामपंथी दलों को उचित स्थान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने अब ममता के बयान पर प्रतिक्रिया देने से मना किया, लेकिन यह जरूर कहा कि कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है।

ममता का यह बयान इंडिया ब्लॉक के भविष्य और विपक्षी एकता पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और अन्य गठबंधन दल इसके बाद क्या कदम उठाते हैं।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा ने गढ़ा नया चुनावी नारा, ‘अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे’ https://ctnews.in/bjp-coined-a-new-election-slogan-for-delhi-assembly-elections-2025-ab-nahi-tohhenge-badal-ke-rahenge/ https://ctnews.in/bjp-coined-a-new-election-slogan-for-delhi-assembly-elections-2025-ab-nahi-tohhenge-badal-ke-rahenge/#respond Sat, 07 Dec 2024 09:23:17 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32578

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने नया चुनावी नारा ‘अब नहीं सहेंगे बदल के रहेंगे’ तैयार किया है। भाजपा का यह नारा आम आदमी पार्टी (आप) को रोकने के लिए पार्टी की ओर से उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। भाजपा के लिए यह चुनावी मुकाबला बहुत अहम है, क्योंकि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें 2014, 2019 और 2024 में जीतने के बावजूद, पार्टी विधानसभा चुनाव में वह सफलता हासिल नहीं कर पाई है जो लोकसभा चुनाव में दिखाई देती है।

भा.ज.पा. का आरोप है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के 10 साल के शासन में भ्रष्टाचार, वायु प्रदूषण, यमुना प्रदूषण, आयुष्मान योजना जैसे कई गंभीर मुद्दे गहरे हैं, और पार्टी इस बार इन्हीं मुद्दों के जरिए आप सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।

8 दिसंबर से शुरू होगी परिवर्तन यात्रा
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा ने 8 दिसंबर से दिल्ली की 70 विधानसभाओं में परिवर्तन यात्रा निकालने का ऐलान किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश उपाध्याय ने बताया कि यह यात्रा 8 दिसंबर से शुरू होगी और हर विधानसभा क्षेत्र में जाएगी। यात्रा सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी, जिसमें पार्टी समाज के सभी वर्गों से मिलकर संवाद करेगी।

उपाध्याय ने कहा, “इस यात्रा के दौरान हम आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) और स्वयं सहायता समूहों से भी संवाद करेंगे। यात्रा में भाजपा के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे, जिनके नाम बाद में जारी किए जाएंगे। हम दिल्ली में परिवर्तन चाहते हैं, इसलिए हमने इस यात्रा का नाम परिवर्तन यात्रा रखा है।”

दिल्ली की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है
भा.ज.पा. नेता ने कहा, “इस यात्रा के माध्यम से हम दिल्ली में सत्ता पर काबिज भ्रष्टाचारी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का काम करेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली की जनता इस बार परिवर्तन का मन बना चुकी है। अब दिल्ली की जनता फिरौती वाली सरकार से मुक्त होना चाहती है।”

इस तरह, भाजपा 2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी तरह तैयार नजर आ रही है।

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मायावती का सपा और कांग्रेस पर हमला, संभल हिंसा पर दोनों दलों को घेरा https://ctnews.in/mayawati-attacks-sp-and-congress-cornered-both-parties-over-sambhal-violence/ https://ctnews.in/mayawati-attacks-sp-and-congress-cornered-both-parties-over-sambhal-violence/#respond Sat, 07 Dec 2024 09:14:40 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32575

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने संभल हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस दोनों पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दोनों दल मुस्लिम समुदाय को आपस में लड़ा रहे हैं और उनका मुख्य उद्देश्य केवल मुस्लिम वोटों को रिझाना है।

शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस केवल मुस्लिम वोटों को आकर्षित करने में लगे हुए हैं और इन दोनों पार्टियों को किसी और मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा, “ये पार्टियां संभल में मुस्लिम समाज के तुर्क और नॉन तुर्क को आपस में भिड़वा रही हैं। मुस्लिम समाज को इस मुद्दे पर सतर्क रहना चाहिए।”

मायावती ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदू समुदाय लगातार अपराधों का शिकार हो रहा है, लेकिन इस पर कांग्रेस की चुप्पी बहुत दुखद है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस, सपा के साथ मिलकर मुस्लिम वोट के लिए संभल में चिल्ला रही है, लेकिन बांग्लादेश में हिंदू समाज के ऊपर हो रहे अत्याचार पर पूरी तरह चुप है।”

उन्होंने यह भी कहा कि दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दे पर कांग्रेस और सपा दोनों ही मौन हैं। “जिनकी बदौलत दलितों को संसद में प्रतिनिधित्व मिला, वे भी अपनी पार्टी के नेताओं को खुश करने के लिए दलित उत्पीड़न पर चुप हैं। यह सबसे दुखद है,” मायावती ने कहा।

मायावती ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के उत्पीड़न के संदर्भ में भी कांग्रेस और सपा पर हमला किया और कहा कि जिन दलितों को विभाजन के बाद पाकिस्तान में भेज दिया गया था, वे आज भी परेशान हैं। “बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को संविधान सभा में भेजने का जो कड़ा फैसला लिया गया था, उसी कारण अंबेडकर बांग्लादेश से इस्तीफा देकर भारत लौट आए थे,” मायावती ने कहा।

इस प्रकार, मायावती ने सपा और कांग्रेस दोनों को मुस्लिम वोट के लिए सांप्रदायिक दांवपेंच की राजनीति में उलझाने का आरोप लगाया और उनके कथित दोगले रवैये की कड़ी आलोचना की।

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नगर निगम चुनाव से पहले अकाली दल का बड़ा फैसला, पार्टी ने किया चुनाव में भाग लेने का ऐलान https://ctnews.in/akali-dals-big-decision-before-municipal-elections-party-announces-participation-in-elections/ https://ctnews.in/akali-dals-big-decision-before-municipal-elections-party-announces-participation-in-elections/#respond Fri, 06 Dec 2024 14:03:10 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32531

चंडीगढ़: नगर निगम चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसका ऐलान पार्टी के कोर कमेटी के सदस्य दलजीत चीमा ने किया। उन्होंने बताया कि शिरोमणि अकाली दल आगामी नगर निगम चुनावों में भाग लेगा। जानकारी के अनुसार, पांच नगर निगमों में कुल 43 कौंसिल सीटों के लिए चुनाव होने हैं।

अकाली दल ने नवंबर में हुए उपचुनावों से खुद को अलग कर लिया था और इसमें कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। अब नगर निगम चुनावों में भाग लेने के अपने फैसले का ऐलान करते हुए दलजीत चीमा ने कहा कि पूरी पार्टी सुखबीर बादल के साथ खड़ी है और आगामी चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेगी।

कोर कमेटी की विशेष बैठक
अकाली दल ने आज अपनी कोर कमेटी की एक विशेष बैठक बुलाई, जो दोपहर 3:30 बजे से चल रही है। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता जैसे हरसिमरत बादल, बिक्रम मजीठिया, दलजीत चीमा और अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। बैठक श्री दरबार साहिब में सुखबीर बादल पर हुए हमले के संदर्भ में आयोजित की गई है, जिसमें इस हमले पर गहरी चर्चा की जा रही है।

पिछले सप्ताह सुखबीर बादल और अन्य अकाली नेताओं को श्री अकाल तख्त साहिब से धार्मिक सजा सुनाई गई थी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुखबीर बादल ने अकाली दल अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।

इस बैठक के दौरान पार्टी के आगामी कदमों पर भी चर्चा हो रही है, और माना जा रहा है कि अकाली दल अपने संगठन को और मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले ले सकता है।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, विधायक सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने की आप जॉइन https://ctnews.in/big-blow-to-bjp-before-delhi-assembly-elections-mla-surendra-pal-singh-bittu-joins-aap/ https://ctnews.in/big-blow-to-bjp-before-delhi-assembly-elections-mla-surendra-pal-singh-bittu-joins-aap/#respond Fri, 06 Dec 2024 13:52:43 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32525

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक और बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के दो बार के विधायक सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

बिट्टू का बयान: ‘AAP ही आम आदमी का दर्द समझने वाली पार्टी’
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने कहा कि अगर कोई पार्टी आम आदमी के दर्द को समझने वाली है, तो वो आम आदमी पार्टी है। उन्होंने कहा, “हर छोटे से बड़े आदमी का दर्द सुनने वाले, गरीबों के मसीहा अरविंद केजरीवाल के कंधे से कंधा मिलाकर हम सभी दिल्ली को आगे बढ़ाएंगे।”

तिमारपुर से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं बिट्टू
सूत्रों के मुताबिक, सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र से आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में उतरे सकते हैं। उनकी आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद, चुनावी मौसम में एक के बाद एक कई प्रमुख नेता पार्टी में शामिल हो रहे हैं।

AAP में शामिल हुए नए चेहरे
इस बीच, गुरुवार को पद्मश्री से सम्मानित जीतेंद्र सिंह शंटी ने भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी। इसके अलावा, यूपीएससी शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने भी हाल ही में AAP का हिस्सा बनने का निर्णय लिया।

AAP ने जारी की 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर फरवरी में चुनाव कराए जाने की संभावना है, क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म होगा।

इस प्रकार, दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी का जनाधार बढ़ता हुआ नजर आ रहा है, जबकि बीजेपी को लगातार झटके लग रहे हैं।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर केजरीवाल का बीजेपी पर बड़ा आरोप, मतदाताओं के नाम हटाने का दावा https://ctnews.in/kejriwal-makes-big-allegation-on-bjp-regarding-delhi-assembly-elections-claims-of-removing-names-of-voters/ https://ctnews.in/kejriwal-makes-big-allegation-on-bjp-regarding-delhi-assembly-elections-claims-of-removing-names-of-voters/#respond Fri, 06 Dec 2024 13:37:11 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32522

नई दिल्ली:अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजधानी दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शुक्रवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा के नेता वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं और इनकी संख्या हजारों में हो सकती है।

11,000 मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप
केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा ने शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए एक आवेदन दायर किया है। केजरीवाल ने कहा, “हमने जब 500 नामों पर उस आवेदन को क्रॉस-चेक किया, तो 75 प्रतिशत लोग वहां अब भी रह रहे थे, लेकिन उनके नाम चुनावी सूची से हटाए जा सकते हैं।”

उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम ‘आप’ के समर्थकों को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है। केजरीवाल ने बताया कि शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने करीब 5,000 वोटों से जीत हासिल की थी, और अब वहां 11,000 मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जिनमें से अधिकांश ‘आप’ समर्थक हैं।

दिल्ली में फिर सत्ता बरकरार रखने का विश्वास
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के चुनावी प्रचार को तेज करते हुए दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में ‘आप’ फिर से दिल्ली में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा विश्वास है कि हम 2020 के विधानसभा चुनावों से भी अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे।”

पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर इलाके में पदयात्रा के दौरान केजरीवाल ने कहा कि यहां कोई विकास नहीं हुआ है, हालांकि दिल्ली में ‘आप’ की सरकार है, लेकिन स्थानीय विधायक भाजपा से हैं।

निर्वाचन आयोग से पारदर्शिता की अपील
केजरीवाल ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि वह सभी आवेदनों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करे, ताकि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।

इस आरोप और दावे के बाद दिल्ली के राजनीतिक माहौल में और भी गर्मी आ गई है, और सभी की नजरें अगले साल होने वाले चुनावों पर हैं।

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महाराष्ट्र चुनाव परिणाम के 13 दिन बाद देवेंद्र फडणवीस ने सीएम पद की शपथ ली, सरकार बनाने में देरी पर दिया बयान https://ctnews.in/13-days-after-the-maharashtra-election-results-devendra-fadnavis-took-oath-as-cm-gave-a-statement-on-the-delay-in-forming-the-government/ https://ctnews.in/13-days-after-the-maharashtra-election-results-devendra-fadnavis-took-oath-as-cm-gave-a-statement-on-the-delay-in-forming-the-government/#respond Fri, 06 Dec 2024 10:47:43 +0000 https://indiatimesgroup.com/?p=32502

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणामों के 13 दिन बाद देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार (5 दिसंबर) को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। फडणवीस ने यह तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार का हर फैसला राज्य और जनता के हित में होगा।

जनता के हित में निर्णय लेने का आश्वासन
मुख्यमंत्री बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “पिछले 2.5 साल में हमने महाराष्ट्र के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं और अब भी हम इसी दिशा में काम करेंगे। हमारी भूमिका में बदलाव जरूर आया है, लेकिन हम वही दिशा और गति बनाए रखेंगे। हम उन कार्यों को पूरा करेंगे, जिनका हमने अपने घोषणापत्र में उल्लेख किया था।”

सरकार बनाने में देरी पर फडणवीस का बयान
फडणवीस ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने में हुई देरी को लेकर कहा, “मैं नहीं मानता कि सरकार बनाने में इतनी देरी हुई है। इससे पहले भी 2004 में 12-13 दिन की देरी हुई थी और 2009 में भी लगभग 9 दिनों की देरी हुई थी। गठबंधन सरकार बनने पर कुछ निर्णय बड़े पैमाने पर होते हैं और इस कारण थोड़ा समय लगता है। हमें यह समझना होगा कि सरकार बनाने में समय लगना स्वाभाविक है।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा गठबंधन स्थिर है और हम एक मजबूत सरकार बनाएंगे। मेरे साथ एकनाथ शिंदे और अजीत पवार हैं। लोग एक स्थिर सरकार चाहते हैं, और हम साथ मिलकर काम करेंगे।”

माझी लड़की बहिन योजना जारी रखने का ऐलान
मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ‘माझी लड़की बहिन योजना’ जारी रखेगी, जिसका उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के लिए सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाएं प्रदान करना है।

महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव जल्द
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जल्द ही महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव होगा। कैबिनेट ने 7-8 दिसंबर को एक विशेष सत्र आयोजित करने का फैसला किया है, जिसमें राज्यपाल 9 दिसंबर को अभिभाषण देंगे।

इस प्रकार, देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य की जनता से भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार हर फैसले में प्रदेश के विकास और जनता के भले के लिए काम करेगी।

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