◊◊◊ (Helpline number) ◊◊◊
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू की है. अब तक 15 राज्यों के 100 से अधिक छात्रों ने उनके आवास कार्यालय और उनके संसदीय क्षेत्र कोटा स्थित कार्यालय में शुरू की गई हेल्पलाइन से संपर्क किया है. रूस के आक्रमण के बाद पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीय छात्रों की मदद के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने 24 घंटे तक हेल्पलाइन नंबर शुरू की है. नई दिल्ली में उनके कार्यालय का नंबर 011-23014011 और 23014022 है. वहीं कोटा में 0744-2505555 और 9414037200 नंबर पर कॉल कर संपर्क किया जा सकता है. लोकसभा सचिवालय ने एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी है.
लोकसभा सचिवालय ने बताया कि छात्रों और उनके माता-पिता के बारे में हेल्पलाइन से जानकारी एकत्र की गई है. विदेश मंत्रालय को पूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई है. साथ ही विदेश मंत्रालय और यूक्रेन में भारतीय दूतावास से जो भी जानकारी जारी की जा रही है, उसके बारे में छात्रों और अभिभावकों को व्हाट्सएप और फोन कॉल के माध्यम से सूचित किया जा रहा है. सचिवालय ने कहा कि इसके अलावा छात्रों से संयम और धैर्य बनाए रखने, मदद आने तक सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने और हेल्पलाइन के माध्यम से एक दूसरे की मदद करने की भी अपील की जा रही है.
अब तक 700 भारतीय को लाया गया वापस
आपको बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीय को लाने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है. अब तक 700 से अधिक लोगों को वापस लाया गया है. जबकि अब भी हजारों भारतीय वहां फंसे हुए हैं. यूक्रेन में फंसे भारतीय को रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारत लाया जा रहा है. वहीं भारतीय दूतावास ने कहा है कि हम अपने नागरिकों के लिए पड़ोसी देशों के साथ और अधिक सीमाएं खोलने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं. कीव में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को युद्धग्रस्त क्षेत्रों से दूर पश्चिमी क्षेत्रों में जाने की सलाह दी है.
भारत के विदेश मंत्री ने अन्य देशों के विदेश मंत्री से मांगी मदद
भारतीय नागरिकों को अपने देश वापस लाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोलदोवा और हंगरी के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की है. एस जयशंकर ने मोलदोवा के विदेश मंत्री निकू पोपेस्कु से यूक्रेन-मोलदोवा सीमा पर भारतीय नागरिकों के प्रवेश की सुविधा के लिए मदद मांगी है. भारत के विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘हम दोनों देशों के विदेश मंत्री की प्रतिक्रिया का समर्थन की सराहना करते हैं.