New Delhi,
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ जमैका और सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडाइंस (एसवीजी) की सात दिवसीय यात्रा पर आज रवाना हो गए हैं। राष्ट्रपति 15 से 21 मई तक इन दोनों देशों के दौरे पर हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति कोविंद भारत के ऐसे पहले राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं जो इन देशों की यात्रा कर रहे हैं। राष्ट्रपति जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी यहां संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, यह इन देशों में किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की पहली यात्रा होगी। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा कि राष्ट्रपति कोविंद 15 से 18 मई तक जमैका में रहेंगे। इस दौरान वह अपने समकक्ष जमैका के गवर्नर जनरल सर पैट्रिक एलन के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। राष्ट्रपति कोविंद वहां के प्रधानमंत्री एंड्रयू होल्नेस और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। जमैका में 70,000 की संख्या में प्रवासी भारतीय हैं, जो भारत के साथ एक जीवंत सेतु का काम करता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि 2022 भारत और जमैका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है।
अपने दौरे के दूसरे चरण में राष्ट्रपति 18 से 21 मई तक सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स का दौरा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यात्रा के दौरान, वह अपने समकक्ष गवर्नर जनरल सुसान डौगन के साथ चर्चा करेंगे। वह प्रधानमंत्री राल्फ ई गोंजाल्विस के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति कोविंद सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स के विधानसभा सदन को भी संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति के दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा कैरिबियाई क्षेत्र के देशों के साथ भारत के उच्च-स्तरीय जुड़ाव की निरंतरता को दर्शाती है। साथ ही ये यात्रा छोटे द्वीप विकासशील देशों के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देती है। जमैका और सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स कैरेबियन समुदाय (कैरिकॉम) में सक्रिय सदस्य हैं।