उत्तराखंड
ऋषिकेश में चार दिनों के सुपर वीकेंड में बीते सालों के सभी रिकॉर्ड टूट गए। स्थानीय लोग तक कह रहे थे कि ऐसा लग रहा है कि मानो पूरे देशभर से पर्यटक ऋषिकेश पहुंच गए हों। रविवार सुबह से ही एक बार फिर पर्यटकों वाहनों रेला ऋषिकेश हाईवे पर उमड़ पड़ा। नेपाली फॉर्म से ही पर्यटकों के वाहनों ने सड़क पर रेंगना शुरू कर दिया। श्यामपुर चौकी से बाहर राज्यों के वाहनों को बाइपास पर डायवर्ट कर दिया। यहां भी यातायात का दबाव अधिक होने के चलते ढालवाला तक ही पहुंचने में वाहनों को एक घंटे का समय लग गया। ढालवाला से वाहनों का सीधा भद्रकाली की ओर भेज दिया गया। तपोवन आने वाले वाहनों को शिवानंद, पूर्णानंद और खारा स्त्रोत पार्किंग में खड़ा करवाया गया।
होटल और कैंप संचालकों के खिले चेहरे
पर्यटकों की जबरदस्त आमद से होटल और कैंप संचालकों कोरोना काल में पहली बार बड़ी राहत मिली है। सभी होटल और कैंप पहले ही बुक हो गए थे। होटल और कैंप संचालकों को उम्मीद है कि अगला वीकेंड भी पर्यटन की दृष्टि से बेहद शानदार होगा। होटल एसोसिएशन ऑफ तपोवन लक्ष्मणझूला के अध्यक्ष रवि भंडारी ने बताया कि योगनगरी पर्यटकों की मनपसंद डेस्टिनेशन बन गई है। इस बंपर वीकेंड पर पर्यटकों रिकॉर्ड संख्या में योगनगरी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आने वाले वीकेंड पर्यटकों संख्या और इजाफा होने की संभावना है।
लक्ष्मणझूला पुल बंद, पर्यटकों को लगाना पड़ रहा 10 किलोमीटर का फेरा
10 किलोमीटर का तय किया सफर
रामझूला पुल पर बढ़ा दबाव
शनिवार रात पर्यटकों और आम नागरिकों के लिए लक्ष्मणझूला पुल बंद करने से रविवार को रामझूला पुल पर दबाव बढ़ गया है। कई पर्यटक लक्ष्मणझूला पुल बंद होने की सूचना के बाद अपने वाहन रामझूला पार्किंग में खड़े कर रामझूला पुल से स्वर्गाश्रम पहुंचे। रामझूला पुल पर्यटकों से खचाखच भरा रहा। वहीं जानकी पुल पर भी दिनभर भीड़ रही।
शहर जाम लगने के कारण रायवाला से रामझूला पहुंचने में कई घंटे गए। इस दौरान जाम बचने के लिए विक्रम चालकों ने अपने वाहन खड़े कर दिए थे। जो विक्रम सड़क पर चल रहे थे, उनमें खूब ओवरलोडिंग हुई।
12 जुलाई 2019 को भी बंद हुई पुल पर आवाजाही
लक्ष्मणझूला पुल के कमजोर होने के कारण 12 जुलाई 2019 को शासनादेश जारी होने के बाद लोनिवि नरेंद्रनगर ने इस पुल पर बंद कर दिया था। करीब 1829 में बने इस झूला पुल को आईआईटी के वैज्ञानिकों ने आवाजाही के लिए खतरनाक बताया था। तब करीब 10 दिन तक पुल पर आवाजाही बंद की गई थी। स्थानीय व्यापारियों और लोगों के विरोध के बाद पुल के दोनों से केवल लोगों के आने जाने के लिए पुल को खोला गया था। दोपहिया वाहनों की आवाजाही बंद थी।
लक्ष्मण झूला पुल पर अत्यधिक जन दबाव पड़ने के कारण सुरक्षा के मद्देनजर जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल के आदेश पर पर्यटकों और आम लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। भविष्य में जिलाधिकारी के आदेश पर ही पुल आवागमन के लिए खोला जाएगा।