रेलवे के मुताबिक, टिकटों की दलाली रोकने के लिए चलाया गया ये अभियान ‘आपरेशन उपलब्ध’ सफल रहा है। गिरफ्तार किए गए आइआरसीटीसी के 341 अधिकृत एजेंटों के खिलाफ ब्लैक लिस्टिंग की कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। रेलवे ने आगे बताया कि 366 आइआरसीटीसी एजेंटों की आइडी और 6751 व्यक्तिगत आइडी को ब्लॉक किया जाएगा।
रेलवे के बयान के मुताबिक, इस साल फरवरी में की गई दलालों की गिरफ्तारी मार्च में की गई कार्रवाई की तुलना में लगभग 3.64 गुना ज्यादा थी। मंत्रालय ने कहा, लंबी दूरी की ट्रेन सेवाओं की बहाली और होली आदि त्योहारों के चलते भारी भीड़ की संभावना थी। साथ ही मार्च में आरक्षित ट्रेन रिजर्वेशन की मांग में भी बढ़ोतरी की उम्मीद थी। इसी को देखते हुए पूरे देश में ये अभियान चलाया गया।
पूरे देश में दलालों की गतिविधियों के खिलाफ चलाए गए इस अखिल भारतीय अभियान के तहत आरपीएफ ने अवैध रूप से लिए गए 65 लाख रुपये से अधिक के टिकटों को बरामद कर ब्लाक कर दिया। ये टिकट भविष्य में की जाने वाली यात्राओं के थे। रेलवे सुरक्षा बल की इस कार्रवाई से यात्रियों को ज्यादा सीटें उपलब्ध हो गई हैं। जिससे यात्रियों को अब आसानी से सीटें मिल सकेंगी।