उत्तराखंड / अल्मोड़ा।
.फायर सीजन के दौरान शीतलाखेत- स्याहीदेवी के जंगलों को वनाग्नि से बचाने वाले ग्रामीणों और संगठनों को डीएम वंदना ने सम्मानित किया। इसके लिए वन विभाग की ओर से शनिवार को शीतलाखेत क्षेत्र में एक धन्यवाद सम्मेलन आयोजित किया गया था।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रोनडॉल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में डीएम ने फायर सीजन के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों, स्वयं सहायता संगठनों, महिला मंगल दलों और युवक मंगल दलों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। जंगलों को आग से बचाने के लिए उनका आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक जंगल व पर्यावरण सभी की संपत्ति है। सभी क्षेत्रवासियों से जंगलों को वनाग्नि से बचाने में प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्यत: जल, जंगल, जमीन तथा पानी समेत समस्त पर्यावरणीय गतिविधियों को बचाने के लिया वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में कलाकारों की ओर से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वनाग्नि और वन संरक्षण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। यहां जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों ने अपनी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए स्टाल भी लगाए थे जिसमें कृषि, उद्यान, चिकित्सा, समाज कल्याण, सहकारिता समेत अन्य विभाग शामिल थे। डीएम ने कयाला वन पंचायत में किए गए पौधरोपण और कोसी पुनर्जीवन अभियान के तहत किए कार्यों का भी निरीक्षण किया। कार्यक्रम में डीएफओ अल्मोड़ा वन प्रभाग महातिम यादव, ग्रामीण उद्योग विकास संगठन की अध्यक्ष रीमा पंत, स्याही देवी विकास समिति के हरीश बिष्ट आदि मौजूद रहे।