..उत्तराखंड :-
उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 14 फरवरी यानी कल सोमवार को होने हैं। इस बार कुल 629 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 82,66,644 मतदाता करेंगे। जिनमें कुल 42,38,890 पुरुष और 39,32,995 महिला के साथ 40 अन्य वोटर शामिल हैं। इसके अलावा इसमें 94471 सर्विस वोटर भी हैं। जबकि राज्य में कुल 11697 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिनकी सुरक्षा व्यवस्था 50 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों के हवाले है। इसके अलावा संवेदनशी केन्द्रों के लिए रिजर्व फोर्स भी रखी गई है।
स्ट्रांग रूम से ईवीएम लेकर रवाना होने लगीं पोलिंग पार्टियां
कोरोना संक्रमण के बीच पहली बार उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव हाे रहे हैं। जिसे देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने एक मतदान स्थल पर मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1250 करने के आदेश दिए हैं। चुनाव प्रचार का शोर प्रदेश मेें शनिवार शाम से ही थम चुका है। प्रत्याशी और समर्थक टोलियों में निकलकर डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं। दुर्गम के पोलिंग स्टेशनों के लिए पोलिंग पार्टियां पहले ही रवाना हो चुकी हैं। जबकि रविवार सुबह से ईवीएम मशीनों के साथ पोलिंग पार्टियों को बूथों के लिए वाहनों से रवाना किया जा रहा है। नैनीताल और ऊधम सिंहनगर ऊधमसिंह नगर जिले समेत कुमाऊं भर में 1488 बूथों के लिए पोलिंग पार्टियां को स्ट्रांग रूम से निकालकर ईवीएम दिया जा रहा है। जिसके बाद सामान सहेज कर पार्टियां रवाना हो रही हैं।
50 हजार सुरक्षा कर्मी करेंगे बूथों की सुरक्षा
उत्तराखंड में विभिन्न जिलों में 145 संभावित विवाद वाले मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा के साथ ही सीसीटीवी से निगरानी होगी। विवाद वाले केंद्रों पर वायरलैस के जरिए पल-पल की जानकारी ली जाएगी। इनमें एक-एक सेक्शन फोर्स भी तैनात रहेगी। सुरक्षा के लिए 110 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल, 26 कंपनी पीएसी, राज्य से 4604 व दूसरे राज्यों से 13200 होमगार्ड जवान, 4178 पीआरडी और 26 कंपनी वन रक्षकों की सुरक्षा में तैनाती की गई है। विवाद वाले मतदान केंद्र हरिद्वार जिले में 51, देहरादून में 40, नैनीताल में 20, यूएसनगर में 17, अल्मोड़ा में 14, पौड़ी में दो और रुद्रप्रयाग में एक शामिल हैं। इन सभी केंद्रों पर 11 कंपनी अतिरिक्त फोर्स की तैनाती रिजर्व के तौर पर की गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल से सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने को लगाया जा सके।
चमोली जिले में सर्वाधिक पैदल दूरी वाला मतदेय स्थल
उत्तराखंड के चमोली जिले की बदरीनाथ विधानसभा का डुमक गांव का पोलिंग बूथ फिर से इस बार भी राज्य का सबसे अधिक पैदल दूरी वाला बूथ बना हुआ है। इस गांव में पोलिंग-पार्टी को 20 किलोमीटर की पैदल दूरी नापनी होगी। यहां पहुंचने के लिए दो दिन पहले ही पोलिंग पार्टियां गोपेश्वर से रवाना हुईं। इन्हें बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीपलकोटी से कुछ आगे से पैदल निकलना होगा। कुछ दूरी तक उतराई और फिर पहाड़ी की कठिन खड़ी चढ़ाई चढ़नी होगी। बदरीनाथ विधानसभा में ही कलगोट भी ऐसा ही मतदेय स्थल है। इसके लिए भी कर्मिकों को लगभग 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई वाली पैदल यात्रा करनी होगी।